14 फरवरी 2022 को उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहला चरण का मतदान होना है। वहीं चुनाव आयोग ने ऐलान किया है कि उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में मतदान होगा। वहीं विधानसभा चुनाव के चलते सभी पार्टियां ज़ोरो-शोरों से चल रही है। लेकिन इस बीच भाजपा में उथल-पुथल मची हुई है। उत्तरप्रदेश में भाजपा के तमाम नेता पाला बदल रहे हैं। भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi) भी पार्टी से नाराज हैं।
भाजपा से नाराज़ चल रही हैं सांसद रीता बहुगुणा जोशी
इस बीच चर्चा ये भी चल रही है कि भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi) भी पार्टी से नाराज हैं। इस पर सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने अपन रिएक्शन भी दिया है। उन्होंने कहा कि “मेरा बेटा 12 साल से बीजेपी में काम कर रहा है। ऐसे में उसने टिकट मांगा है। यह उसका अधिकार भी है। मेरे बेटे ने लखनऊ कैंट से टिकट मांगा है। अगर पार्टी उनके बेटे को टिकट देती है, तो वे सांसद पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि ये बात उन्होंने बीजेपी नेतृत्व को भी बता दी है। वहीं रीता जोशी (Rita Bahuguna Joshi) ने कहा कि अगर पार्टी ने नियम बनाया है कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा। ऐसे में अगर मेरे बेटे को लखनऊ कैंट से टिकट मिलता है, तो मैं सांसद पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं, न ही मैं 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ूंगी। मैं ये पहले ही ऐलान कर चुकी हूं।”
सियासी विरासत को आगे बढ़ाने में जुटे हैं भाजपा के नेता
आपको बता दें कि सांसद रीता बहुगुणा जोशी ही नहीं बल्कि कई ऐसे नेता पार्टी में मौजूद हैं। जिन्होंने अपनी सियासी विरासत को आगे बढ़ने के लिए अपनी बेटे या बेटी है लिए टिकट की मांग की है। जहां प्रयागराज से सांसद रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi) लखनऊ कैंट सीट से अपने बेटे मयंक जोशी को चुनाव लड़ाना चाहती हैं, वहीं इसके अलावा सलेमपुर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद रवींद्र कुशवाहा अपने छोटे भाई जयनाथ कुशवाहा को भाटपाररानी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने के लिए दावेदारी कर रहे हैं।