नई दिल्ली: मोदी कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी के बीच आज शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर होने वाली मीटिंग रद्द हो गई है। सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग में मंत्रियों के ज़िम्मेदारियों की समीक्षा होनी थी और साथ ही मंत्रालयों की आगे की योजनाओं पर बनी रिपोर्ट पर भी विचार किया जाना था। हालांकि इस बैठक के आयोजन से पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जून को कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा की थी।
कैबिनेट विस्तार को लेकर होने वाली बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद जोशी के शामिल होने की जानकारी है। कहा जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार के दौरान कई मंत्रियों को मंत्रिपरिषद से हटाया जा सकता है और 5 राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए मंत्रिमंडल में नए चेहरों को अवसर मिल सकता है। फिलहाल मंत्रिमंडल में कई ऐसे मंत्री भी हैं जिनके पास एक से अधिक मंत्रालय हैं। इनमें नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल, प्रकाश जावड़ेकर, नितिन गडकरी, डॉ हर्षवर्धन, रविशंकर प्रसाद, धर्मेंद्र प्रधान, हरदीप सिंह पुरी और स्मृति ईरानी के नाम शामिल है।
पीयूष गोयल के पास रेलवे के साथ-साथ वाणिज्य और खाद्य आपूर्ति मंत्रालय की ज़िम्मेदारी भी है। वहीं प्रकाश जावड़ेकर को सूचना प्रसार के साथ भारी उद्योग और पर्यावरण मंत्रालय की ज़िम्मेदारी मिली हुई है। इसी प्रकार नितिन गडकरी भूतल परिवहन के साथ एमएसएमई (MSME) विभाग भी संभाल रहे हैं। डॉ हर्षवर्धन भी स्वास्थ्य और विज्ञान के साथ तकनीक मंत्रालय की बागडोर संभाल रहे हैं। वहीं धर्मेंद्र प्रधान इस्पात और पेट्रोलियम दोनों ही विभाग की ज़िम्मेदारी लिए हुए हैं।
कानून मंत्रालय के साथ आईटी और संचार मंत्रालय रविशंकर प्रसाद के पास है और इसी तरह नरेंद्र सिंह तोमर कृषि विभाग और ग्रामीण विकास पंचायती राज और फ़ूड प्रोसेसिंग मंत्रालय की ज़िम्मेदारी सम्भाल रहे हैं। स्मृति ईरानी जहां एक तरफ महिला बाल विकास सम्भाल रहीं हैं वहीं दूसरी तरफ टेक्सटाइल विभाग की बागडोर भी अपने हाथ में लिए हुए है। हरदीप सिंह पूरी हाउसिंग और नागरिक उड्डयन मंत्रालय दोनों सम्भाल रहे हैं।