पटना: राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा तो मुझे मुख्यमंत्री बना दीजिए। मुख्यमंत्री बनने के बाद वे बिहार की सारी समस्याएं दूर कर देंगे। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के साथ-साथ केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर भी धावा बोल दिया। वहीं तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने भी कहा कि पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में वो जीत गए थे लेकिन नीतीश कुमार की सरकार ने जानबूझकर कर उन्हें हरा दिया।
तेजस्वी यादव ने बिहार में आए बाढ़ के कारण उतपन्न हुई स्थिति को लेकर कहा कि लोग मर रहे हैं। हालत यह है कि राजधानी पटना में अगर थोड़ी बारिश भी हो जाए तो उपमुख्यमंत्री का घर भी डूब जाता है। ऐसे में फिर आम आदमी के घरों की क्या स्थिति होगी इसका अनुमान लगाया जा सकता है। महंगाई और बेरोजगारी की समस्या इतनी बढ़ गई है और सारी व्यवस्था चौपट हो चुकी है। तेजस्वी यादव ने इन सब पर नियंत्रण पाने और राज्य को संभालने को लेकर नीतीश कुमार को विफल बताया। तेजस्वी ने दावा करते हुए कहा कि अगर एक बार उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो राज्य को सारी समस्याओं से छुटकारा दिला देंगे।
तेजस्वी ने नीतीश कुमार के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि जनसंख्या से बड़ा मुद्दा तो महंगाई है, लेकिन इस पर तो कोई बात ही नहीं कर रहा। यही नहीं तेजस्वी ने पेट्रोल-डीजल सहित अन्य चीज़ों के लगातार बढ़ते दामों के विरोध में 18 जुलाई को प्रखंडों में और 19 जुलाई को जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि राजद महंगाई को लेकर सरकार को चैन से बैठने नहीं देगी। इस धरना प्रदर्शन में राजद के साथ महागठबंधन के घटक दल भी शामिल होंगे। इसके अलावा 25 जुलाई को महागठबंधन की बैठक होगी जिसमें मानसून सत्र की रणनीति तैयार की जाएगी।
एक तरफ जहां राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर धावा बोल दिया वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा कि कल जो लोग सिर पर सिलेंडर लेकर घूम रहे थे वे आज कुछ क्यों नहीं कह रहे? तेजप्रताप यादव ने इस दौरान नीतीश कुमार के 20 लाख रोजगार देने के वादे की भी याद दिलाई। उन्होंने आगे कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में राजद समेत महागठबंधन ने जीत हासिल की थी लेकिन उन्हें जानबूझकर हरा दिया गया।