लखनऊ: बिहार में लालू प्रसाद की राजद में घमासान जारी है। कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के बीच कुछ तकरार चल रही है। बीते दिनों ही तेजस्वी यादव ने तेज प्रताप को अनुशासन में रहने की सलाह दी थी। मालूम हो कि पिछले कुछ दिनों से तेज प्रताप अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ नज़र आ रहे हैं। वे लंबे समय से प्रदेश पार्टी अध्यक्ष जगदानंद सिंह को अपने निशाने पर लिए हुए हैं।
जहां तेज प्रताप यादव जगदानंद सिंह पर तीखे हमले बोल रहे थे तो अब उन्होंने संजय यादव को भी अपने निशाने पर ले लिया है। वहीं खबरें ये भी हैं कि तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच भी कुछ ठीक नहीं चल रहा है। लेकिन तेज प्रताप यादव इस बारे में अपने छोटे भाई तेजस्वी के साथ अच्छे संबंधों का दावा करते रहे हैं। तेज प्रताप ने तेजस्वी के साथ अपनी एक फोटो शेयर करते हुए ट्वीट भी किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा-‘चाहे जितना षड्यंत्र रचो, कृष्ण-अर्जुन की ये जोड़ी को तोड़ नहीं पाओगे।’ हालांकि इससे पहले तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी यादव को बच्चा, जगदानंद सिंह को शिशुपाल और संजय यादव को दुर्योधन कहा था। वहीं शुक्रवार को तेज प्रताप तेजस्वी यादव से मिलने पहुंचे थे लेकिन उनकी तेजस्वी से मुलाकात नहीं हो पाई। जिसके बाद तेज प्रताप तेजस्वी यादव के सलाहकार पर भड़क गए और उन्होंने ये भी कहा कि संजय यादव उनके और तेजस्वी के बीच आने वाले कौन होते हैं। तेज प्रताप ने कहा था कि मैं तेजस्वी से मिलने आया था और जब बात शुरू हुई तो संजय यादव बीच में आ गए और तेजस्वी को अपने साथ लेकर चले गए, आखिर हम दोनों के बीच आने वाले संजय यादव कौन होते है? तेज प्रताप ने आगे कहा कि वे अब जनता दरबार पार्टी कार्यालय में ही लगाएंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी को बदनाम कर रहे हैं और दूसरों को आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं वे उनसे नाराज़ हैं।
तेजस्वी यादव ने भी तेज प्रताप यादव से मुलाकात न हो पाने को लेकर सफाई पेश की है। उन्होंने कहा कि जब तेज प्रताप उनसे मिलने आये थे तो उनकी उनसे मुलाकात हुई थी लेकिन 4:30 बजे सोनिया गांधी ने मीटिंग बुलाई थी और मुझे उसमें शामिल होना था। जब तेजस्वी यादव से तेज प्रताप और जगदानंद सिंह के बीच चल रही नाराज़गी पर सवाल किए गए तब उन्होंने कहा कि ऐसी नाराज़गी चलती रहती हैं।