पटना: राजद नेता तेज प्रताप यादव दिल्ली से पटना लौट चुकें हैं। तेज प्रताप ने दिल्ली आकर अपने पिता लालू यादव से मुलाकात की थी और उनका आशीर्वाद भी लिया था। तेज प्रताप यादव ने बताया कि उनके पिता की तबियत में अब काफी सुधार है। इसके अतिरिक्त उन्होंने मीडिया से बात करते हुए अपने करीबी आकाश यादव के राजद छोड़ लोजपा जॉइन करने को लेकर भी सफाई दी। हालांकि तेज प्रताप ने इस संबंध में खुलकर बात नहीं की और कहा कि देश के लोकतंत्र है।
दरअसल तेज प्रताप के हनुमान कहे जाने वाले आकाश यादव ने राजद का साथ छोड़ दिया है और इसके बाद वे पशुपति पारस गुट वाले लोजपा में शामिल हो गए हैं। इस संदर्भ में तेज प्रताप से जब सवाल किया गया कि क्या आकाश के पार्टी छोड़कर जाने से उन्हें झटका लगा है तो तेज प्रताप ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र है और यहां सभी को अपना पक्ष रखने की स्वतंत्रता है। जब उनसे पूछा गया कि क्या आकाश यादव के चले जाने से उन्हें लॉस हुआ है तो तेज प्रताप ने इसपर कहा कि मीडिया को लॉस हो रहा है। बता दें कि तेज प्रताप ने दिल्ली आकर शुक्रवार को जहां अपने पिता लालू यादव से मुलाकात की थी वहीं इस दौरान उन्होंने अपने एक खास दोस्त चैतन्य पालित से भी मुलाकात की। हालांकि इससे पहले वे वृंदावन गए थे जहां उन्होंने अपने गुरु श्री बल्लभाचार्य से आशीर्वाद लिया। ऐसा लग रहा है जैसे आकाश यादव के पार्टी छोड़कर चले जाने से तेज प्रताप यादव को कोई खास फर्क नहीं पड़ा है। अपने पिता के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीर में वे काफी बेफिक्र नज़र आ रहे हैं। मालूम हो कि आकाश यादव को जब छात्र आरजेडी अध्यक्ष पद से हटाया गया था तब तेज प्रताप इस तरह आक्रोश में आ गए थे कि उन्होंने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर कार्रवाई करने की मांग कर डाली थी। तेज प्रताप ने कहा था कि अगर उनपर कार्रवाई नहीं कि गई तो वे कोर्ट भी जाएंगे। यहां तक कि जब तक जगदानंद पर कार्रवाई नहीं होती वे पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। उस समय तेज प्रताप यादव ने सवाल उठाया था कि किसी भी सदस्य को पार्टी से हटाए जाने से पहले शोकाउज नोटिस क्यों नहीं दिया गया। उन्होंने आकाश यादव को हटाने को लेकर कहा था कि ये नियमों के खिलाफ है। बिना नियम-कानून के ज्ञान के प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया जाता।
दरअसल जगदानंद सिंह ने छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव को हटाकर नए छात्र नेता गगन सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था। उनका कहना था कि उन्होंने कभी भी आकाश यादव को छात्र राजद का अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया था। गौरतलब है कि बीते दिनों तेज प्रताप यादव अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव पर भी भड़कते नज़र आए थे। लेकिन अब ऐसा लग रहा है जैसे तेज प्रताप का रवैया बदल रहा है।