नई दिल्ली: अफगानिस्तान में तालिबान का कब्ज़ा होने के बाद एक तरफ जहां तालिबान सरकार गठित करने की तैयारी कर रहा हैं तो दूसरी तरफ दूसरे देशों के साथ अपने अच्छे संबंध स्थापित करने पर भी काम कर रहा है। इसके साथ ही तालिबान अब तक पंजशीर में अपना कब्जा नहीं कर पाया है और वहां कब्ज़ा जमाने की कोशिश में तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच युद्ध चल रहा है।
तालिबान पंजशीर के अलग-अलग इलाकों में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा है। नॉर्दर्न एलायंस के अनुसार तालिबान अब तक घुसपैठ करने की कोशिशों में विफल रहा है। इस दौरान पंजशीर के हर प्रवेश द्वार पर नॉर्दर्न एलायंस की नज़र बनी हुई है। नॉर्दर्न एलायंस ने बताया कि तालिबान द्वारा शोतुल में घुसपैठ करने की कोशिश की जा रही थी लेकिन हमने उन्हें ऐसे करने में नाकाम कर दिया है। इस घुसपैठ के बीच दोनों ओर से गोलीबारी जारी है और मुठभेड़ भी बनी हुई है। नॉर्दर्न एलायंस के अनुसार जिस स्थान पर गोलीबारी हुई वहां 40 से भी ज़्यादा तालिबानी लड़ाकों के शव पड़े हैं। जिसे तालिबानी छोड़ गए है। नॉर्दर्न एलायंस की ओर से उन्हें वापस लौटाने की भी कोशिश की गई। हालांकि गुरुवार को किसी प्रकार की गोलीबारी नहीं हुई। दूसरी तरफ तालिबान के सामने एक समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल युद्ध मे घायल तालिबानी लड़ाकों का काबुल में इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि काबुल के कई अस्पतालों में अब तक कर्मचारियों ने काम पर वापसी नहीं की है और यही वजह है कि कई जगहों पर तालिबान द्वारा नॉर्दर्न एलायंस के साथ जंग लड़ी जा रही है। बता दें कि इससे पहले तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के बीच बातचीत करने की कोशिश की गई थी। शेर ए पंजशीर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने तालिबान से बात करके मामले को हल करने की घोषणा की थी। इसके बावजूद भी दोनों पक्षों के बीच युद्ध जारी है। क्योंकि इसी दौरान तालिबान ने घुसपैठ करना शुरू कर दिया।
जब तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्ज़ा कर लिया और यहां तक कि वह काबुल में राष्ट्रपति पैलेस में घुस गया तब पंजशीर उसके नियंत्रण से दूर था। जबकि तालिबान लगातार यही कह रहा था कि पंजशीर उसके कब्जे में है। हालांकि ऐसा नहीं हो सका और अब तालिबान पंजशीर में कब्ज़ा करने की कोशिश में जुट गई है। इसके अलावा आज जुमे की नमाज़ के बाद तालिबान अपनी नई सरकार का ऐलान कर सकती है।