नई दिल्ली: अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद अमेरिका और तालिबान सामने आए हैं। शनिवार को कतर के दोहा में अमेरिकी अधिकारियों और तालिबान के वरिष्ठ अधिकारियों की मुलाकात हुई। इस वार्ता के बाद अमेरिका ने कहा कि वे तालिबानी सरकार को मान्यता दिए बिना अफगानिस्तान के लोगों की मदद करने के लिए तैयार है।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने वार्ता के दौरान तालिबान प्रतिनिधियों से मुलाकात कर महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर चर्चा की। इनमें आतंकवाद, नागरिकों की सुरक्षा शामिल थी। इसके अलावा लड़कियों और महिलाओं के मुद्दों पर भी दोनों देशों ने बात की।
अमेरिका ने कहा है कि कतर के दोहा में तालिबान प्रतिनिधिमंडल के साथ दो दिवसीय वार्ता महत्वपूर्ण रही। अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा कि तालिबान की गतिविधियों पर अमेरिका की निगरानी बनी रहेगी। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, “तालिबान प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत स्पष्ट और पेशेवर रही। तालिबान को उसके शब्दों से नहीं, उसके कार्यों से आंका जाएगा।” अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार दोहा में तालिबान प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता नौ और 10 अक्टूबर को हुई जिसमें सुरक्षा, अफगानिस्तानी समाज के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी समेत मानवाधिकारों पर चर्चा हुई।