नई दिल्ली: अफगानिस्तान में तालिबान का पूरी तरह कब्ज़ा होने के बाद तालिबान देश में शांतिपूर्ण तरीके से शासन करने का दावा कर रहा है। वहीं तालिबान के ही लड़ाके पंजशीर में घुसपैठ करने की कोशिशों में जुटे हैं। खबर है कि तालिबान ने मंगलवार रात पंजशीर में घुसने की कोशिश की है। लेकिन वहां उनका सामना नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों से हो गया और वे नाकाम रहें।
स्थानीय पत्रकार नातिक मालिकज़ादा ने एक ट्वीट करते हुए लिखा-‘पंजशीर के प्रवेश द्वार गोलबहार इलाके में तालिबान और प्रतिरोध बलों के बीच जोरदार झड़पें जारी हैं। ऐसी अपुष्ट खबरें हैं कि तालिबान ने संघर्ष में गोलबहार रोड को पंजशीर से जोड़ने वाले एक पुल को उड़ा दिया।’ एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने बताया कि ख्वाक दर्रे पर प्रतिरोध बलों के साथ आज की झड़प में तालिबान के हताहत होने की संख्या अब 40 मृत और 20 बंदियों तक पहुंच गई है। बता दें कि सोमवार को भी तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच फायरिंग हुई थी। उस समय तालिबान में 7-8 लड़ाकों के मारे जाने की जानकारी थी। मालूम हो कि तालिबान अब तक पंजशीर में अपना कब्जा नहीं कर सका है। अहमद मसूद के नेतृत्व में नॉर्दर्न एलायंस तालिबान का मुकाबला कर रहे हैं। अहमद मसूद के प्रवक्ता फहीम दश्ती ने तालिबान के साथ हो रहे युद्ध की पुष्टि की थी। फहीम ने बताया था कि तालिबान हमला करते हुए पंजशीर में घुसने की कोशिश कर रहा था लेकिन वह इसमें विफल रहा। इससे पहले तालिबान ने पंजशीर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी जिसे बाद में खोल दिया गया था।
जानकारी हो कि 30 अगस्त को अमेरिकी सेना ने काबुल एयरपोर्ट को छोड़ दिया है। ऐसे में पूरा अफगानिस्तान तालिबान के नियंत्रण में आ गया है। अब अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार का गठन किया जाएगा। फिलहाल तालिबान के दिग्गज नेता कंधार में हैं जो बहुत जल्द ही काबुल आ सकते हैं। इसके बाद अफगानिस्तान में तालिबानी शासन स्थापित किया जाएगा।