बीते रविवार को पंजाब के गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला (Singer Sidhu Moose Wala) की सरेआम हत्या कर दी गई थी। मुसेवाला अपने कुछ साथियों के साथ जब अपनी गाडी से कहीं जा रहे थे, उसी वक़्त बीच सड़क पर दिन दहाड़े उनकी गाडी पर अज्ञात लोगों ने अंधाधुन्द गोलियां बरसाई जिसमे सिद्धू की मौत हो गई थी। हालिया विधानसभा चुनाव में सिद्धू मूसेवाला ने कांग्रेस (Congress Party) के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था, हालांकि वो जीत हासिल नहीं कर सके थे।
इस दर्दनाक हादसे के बाद उनके पिता बलकौर सिंह ने कहा कि पिछले कुछ समय से गैंगस्टरों से फिरौती के लिए सिद्धू को लगातार फोन आ रहे थे। कई गैंगस्टरों ने उन्हें फोन पर धमकी भी दी थी। इसमें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह (Lawrence Bishnoi Gang) भी शामिल था, गिरोह के एक सदस्य ने कनाडा से इसकी जिम्मेदारी ली है।
28 वर्षीय पंजाबी गायक के पिता अपने बेटे की गाड़ी के पीछे ही थे। उन्होंने बताया, “धमकियों के कारण ही उनके लिए बुलेटप्रूफ गाड़ी खरीदी गई थी, लेकिन रविवार को सिद्धू अपने दो दोस्तों के साथ दूसरी गाड़ी में निकल गया, साथ ही अपने सुरक्षाकर्मियों को भी छोड़ गया। सिद्धू के पिता ने कहा कि बाद में वो सिद्धू के दोनों गनमैन को लेकर उनके पीछे भी गए थे, लेकिन जब तक वह मौके पर पहुंचे, तब तक अपराधियों ने उनके बेटे और उसके दो साथी को गोली मार दी थी।”
सिद्धू के पिता ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा, “एक SUV और एक सेडान गाडी में कुछ लोग सड़क पर इंतज़ार कर रहे थ, सभी के अंदर चार हथियारबंद लोग थे। मूसवाला की गाड़ी जैसे ही उनके करीब पहुंची, उन लोगों ने अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी और कुछ ही देर में घटना को अंजाम देने के बाद वे लोग वहां से फरार हो गए।
सिद्धू की गाडी पर 2 मिनट में 30 गोलियां दाग़ी गई, जब ग्लोइयों की आवाज़ सुनकर आस पास के लोग इकठ्ठा हुए तो उन्हें भी गोली का दर दिखा कर वहां से भगा दिया गया। मुसेवाला खुद गाडी ड्राइव कर रहे थे, वह गाडी भगा न सके, इसलिए सबसे पहली गोली उनकी गाडी के टायर पर मारी गई, जिससे गाडी वहीँ पंक्चर हो गई।
सिद्धू के पिता ने बताया कि, मैंने चिल्लाना शुरू किया और लोग इकट्ठा हो गए। मैं अपने बेटे और उसके दोस्तों को अस्पताल ले गया, जहां मेरे बेटे सिद्धू की मौत हो गई.”पंजाब पुलिस ने सिद्धू के पिता के बयान पर हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
पंजाब सरकार ने हालिया सिक्योरिटी रिव्यू में मूसेवाला को दिए चार सशस्त्र सुरक्षा गार्ड में से दो को वापस ले लिया था. इसकी वजह से अब एक बड़ा राजनीतिक विवाद भी खड़ा हो गया है, विपक्षी दलों ने पंजाब की आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की भगवंत मान सरकार (Bhagwant Mann Government) पर सुरक्षा वापस लेकर VIP लोगों की जान को खतरे में डालने का आरोप लगाया है।