17 अक्टूबर को होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष पद (Congress President) के चुनाव के लिए आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वैसे तो इस पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का नाम चर्चाओं में है। ये भी तब संभव है जब राहुल गाँधी दोबारा से पार्टी के अध्यक्ष बनने को होते हैं। इस बीच खबर है कि कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने भी अपने प्रतिनिधि को भेजकर मधुसूदन मिस्री से नामांकन पत्र मंगवाए हैं। इसके साथ यह स्पष्ट हो गया है कि वे आधिकारिक रूप से अध्यक्ष पद के लिए चुनावी दौड़ में शामिल होंगे।
कांग्रेस के नेताओं के G-23 ग्रुप के एक प्रमुख सदस्य शशि थरूर ने सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। लम्बे समय से कांग्रेस अध्यक्ष पद गांधी परिवार के पास रहा है। पिछले 25 वर्षों से या तो सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) या उनके बेटे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं।
शशि थरूर को भी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने की अनुमति मिल गई है। उनके सामने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुक़ाबला होने की कड़ी चुनौती है। अशोक गहलोत की गिनती गांधी परिवार के बेहद क़रीबी और वफादार में होती है। गहलोत हमेशा से शीर्ष पद पर राहुल गांधी को बैठाने की तरफदारी करते रहे हैं, लेकिन राहुल के इंकार के बाद अशोक गहलोत इस पद को स्वीकार करने को राज़ी हुए हैं।
राहुल गाँधी “भारत जोड़ो” यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं, जो की 150 दिनों तक चलेगी इस बीच ही पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होना है। राहुल ने 2019 के लोकसभा चुनाव की हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से सोनिया गांधी, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी हुई हैं।
कांग्रेस के अंतिम गैर-गांधी अध्यक्ष सीताराम केसरी थे, नरसिम्हा राव सरकार के बाहर होने के लगभग दो साल बाद मार्च 1998 में सीताराम केसरी की जगह सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष बनी थीं।