श्रीनगर: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी आजकल जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं। आज उनके दौरे का दूसरा दिन था। दरअसल 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यह राहुल का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाकर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों ने बांट दिया गया था। अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं जहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और विधानसभा चुनाव कराने की मांग की है।
राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए जमीनों और रोजगार संबंधी अधिकारों को लेकर भी मांग की है। राहुल ने इस बीच विपक्षी दलों के नेताओं को नज़रबंद किए जाने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि जब भी हम जम्मू-कश्मीर या पेगागस का मुद्दा उठाने की कोशिश करते हैं तो हमारी आवाज़ को दबा दिया जाता है। यही नहीं राहुल ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष हमलों को लेकर चेतावनी भी दी। राहुल गांधी ने कहा कि भारत में हर संस्थान पर हमले किए जा रहे हैं। न्यायपालिका पर भी हमले किए जा रहे हैं, मीडिया सच्चाई नहीं दिखा रही है क्योंकि उन्हें दबाया जा रहा है। उन्हें डर है कि अगर वे सही तथ्यों की जानकारी देंगे तो वे अपनी नौकरी खो सकते हैं।
राहुल ने आगे कहा कि आज मेरी यात्रा का दूसरा और आखिरी दिन है और मेरे लिए एक तरह से यह घर वापसी है। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों जिन्होंने दर्द का सामना किया है उनके साथ इज्जत और प्यार का संबंध चाहता हूं। राहुल ने बताया कि दिल्ली से पहले उनका परिवार इलाहाबाद में रह रहा था और इससे पहले वे कश्मीर भी रह रहे थे। राहुल ने कहा कि मैं आप लोगों को समझता हूं, मेरे परिवार ने झेलम का पानी पिया है। जो आपके रीति रिवाज हैं, आपकी सोच है जिसे हम कश्मीरियत कहते हैं वह मुझमें भी है। राहुल गांधी ने इस दौरान बीजेपी और आरएसएस पर डर और घृणा फैलाने का आरोप भी लगाया।
राहुल गांधी ने श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर के कार्यकताओं का संबोधन करते हुए कहा कि आप सभी को मैं यह संदेश देना चाहता हूं कि मैं आप सभी के लिए सम्मान और प्यार लेकर आया हूँ। ये नया दफ्तर एक नई शुरुआत है। हालांकि मैंने पहले ही यहां आने की कोशिश की थी लेकिन मुझे हवाई अड्डे पर ही रोक दिया गया। आज आया हूँ और जल्द ही फिर वापस आऊंगा। बता दें कि राहुल गांधी ने इससे पहले श्रीनगर में प्रसिद्ध हजरतबल दरगाह का दौरा भी किया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने दौरे की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा था-‘हजरतबल दरगाह में शांति और भाईचारे के लिए प्रार्थना की। हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत हमारी एकता है। यहां नफरत और डर के लिए कोई जगह नहीं है।’