भीषण गर्मी और कोयले की कमी (Coal Crisis) के कारण देशभर में बिजली का संकट (power Supply) गहराता जा रहा है। ऐसे में देश के एक चौथाई पावर प्लांट बंद हैं, जिसकी वजह से देश के 16 राज्यों में 10 घंटे तक के बिजली कटौती शुरू कर दी गई है।
सरकारी रिकॉर्ड की बात करें तो देशभर में 10 हजार मेगावॉट, यानी 15 करोड़ यूनिट की कटौती हो रही है, लेकिन बिजली की कमी वास्तव में इससे कहीं ज्यादा है। इस बीच भारतीय रेल (Indian Railways) ने बड़ा कदम उठाते हुए पावर प्लांट्स तक कोयले की तेजी से सप्लाई के लिए 24 मई तक कई पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है, ताकि कोयला ले जा रही मालगाड़ियां समय पर अपने निर्धारित गंतव्य स्टेशनों पर पहुंच सकें। रेलवे द्वारा अस्थायी रूप से रद्द की गई पैसेंजर ट्रेनों में लंबी दूरी की मेल और 500 एक्सप्रेस ट्रेनें भी शामिल हैं।
इस बीच कोयले की कमी को लेकर गहराते संकट के बीच, दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में मेट्रो ट्रेन और अस्पतालों सहित कई महत्वपूर्ण जगहों पर निर्बाध बिजली आपूर्ति में संभावित रुकावट आने को लेकर एक बड़ी चेतावनी जारी की है। दिल्ली सरकार के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरूवार को एक आपातकालीन बैठक की जिसमे बिजली आपूर्ति की स्थिति का आकलन किया गया और केंद्र सरकार को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि राष्ट्रीय राजधानी को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों को पर्याप्त कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित कराया जाय।
देश भर में बिजली कटौती का असर अब राजधानी दिल्ली में भी दिखने लगा है। कोयले की कमी के गहराते संकट के बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने मेट्रो और अस्पतालों समेत कई आवश्यक संस्थानों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति देने में अपनी असमर्थता जताई है।
दिल्ली सरकार ने केंद्र को बताया की, “दो पावर स्टेशन NTPC दादरी-2 और ऊंचाहार पावर स्टेशन में 1-2 दिन का ही कोयला शेष बचा है.” इस बीच, गुरुवार को दिल्ली में पहली बार पीक पावर डिमांड अप्रैल महीने 6,000 MW पहुंची, ये एक रिकॉर्ड है. Discoms का आंकलन है कि इस बार गर्मी में पीक पावर डिमांड अब तक के सबसे ऊंचे शिखर 8200MW तक पहुंच सकती है।
दूसरी तरफ भीषण गर्मी ने कई राज्यों में लोगों को पसीना छुड़ाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार आने वाले दिनों में गर्मी लोगों को और भी ज़्यादा परेशान कर सकती है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत 18 राज्यों के 20 से ज्यादा शहरों में पारा 45 डिग्री से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है। इसमें 46 डिग्री के साथ UP का प्रयागराज जिला टॉप पर है, जहाँ लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है।