राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब देश के नए उपराष्ट्रपति (Vice President) के निर्वाचन की प्रक्रिया जारी है। आज उपराष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान चल रहा है। इस चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankad) का सीधा मुकाबला विपक्ष की साझा उम्मीदवार मार्गेट अल्वा (Margret Alva) से है। हालांकि अगर आंकड़ों को देखा जाए तो एनडीए उमीदवार और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल धनखड़ की जीत सुनिश्चित है।
संसद भवन में मतदान आज सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक होगा, इसके बाद आज ही मतों की गिनती की जाएगी और देर शाम तक निर्वाचन अधिकारी द्वारा देश के नए उपराष्ट्रपति के नाम की घोषणा कर दी जाएगी।
इस बीच विपक्षी दलों में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर भारी मतभेद भी दिखने लगे हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अल्वा के नाम की घोषणा से पहले आपसी सहमति नहीं बनाने की कोशिशों का ज़िक्र करते हुए इस मतदान प्रक्रिया से पार्टी के दूर रहने का एलान कर दिया है।
विपक्षी दलों की उमीदवार 80 साल की मार्गेट अल्वा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं। अल्वा राजस्थान की राज्यपाल भी रह चुकी हैं। अल्वा को कांग्रेस और शरद पवार (Sharad Pawar) की एनसीपी के इलावा टीआरएस, आम आदमी पार्टी (आप) और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने समर्थन देने की घोषणा की है। ओवैसी की AIMIM ने भी अल्वा का समर्थन का एलान किया है।
71 वर्षीय एनडीए के उमीदवार जगदीप धनखड़ राजस्थान के प्रभावशाली जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। नितीश कुमार (Nitish Kumar) की जनता दल (U), वाईएसआर कांग्रेस, मायावती की बहुजन समाज पार्टी, अन्नाद्रमुक और शिवसेना ने धनखड़ का समर्थन करने की घोषणा की है। इन सभी समर्थनों की बदौलत धनकड़ को 515 के करीब मत मिलने का अनुमान है, जबकि अल्वा को अब तक मिले पार्टियों के समर्थन को देखते हुए उन्हें 200 के करीब मत मिल सकते हैं।
लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य उपराष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में शामिल होते हैं। इसमें मनोनीत सदस्य भी मतदान करने के पात्र होते हैं। संसद में सदस्यों की मौजूदा संख्या 788 है, जिनमें से केवल भाजपा के 394 सांसद हैं, जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता होती है।
मतदान से एक दिन पहले अल्वा ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘समय आ चुका है कि आपस में विश्वास बहाली और संसद की गरिमा को बहाल करने के लिए सभी दल साथ आएं।” राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने को अल्वा का समर्थन करने वाले सभी दलों के सांसदों के लिए रात्रि भोज का आयोजन भी किया था।
उपराष्ट्रपति के रूप में एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है और उनकी जगह देश के नए उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को शपथ लेंगे। धनखड़ यदि उपराष्ट्रपति निर्वाचित होते हैं, तो यह एक इत्तेफाक ही होगा कि लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति एक ही राज्य के होंगे। ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं जो की संसद में राजस्थान के कोटा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।