पटना: चिराग पासवान और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री और लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस के बीच की लड़ाई जारी है। ऐसा लग रहा है जैसे चिराग पासवान और पशुपति पारस की ये लड़ाई अभी और लंबी चलने वाली है। जहां एक तरफ चिराग पासवान डेढ़ महीने से आशीर्वाद यात्रा पर हैं वहीं दूसरी तरफ पशुपति पारस केन्द्र में मंत्री बनाए जाने के बाद पहली बार बिहार यात्रा पर हैं और इस दौरान वे हाजीपुर में आभार यात्रा के ज़रिए लोगों का आभार व्यक्त कर रहे हैं।
एक तरफ चिराग लोजपा पर अपना नेतृत्व साबित करने के लिए आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पशुपति पारस अपना जनाधार बनाये रखने के लिए आभार यात्रा निकाल रहे हैं। लेकिन इस दौरान पशुपति पारस को अपनी जमीनी हकीकत और चिराग की प्रसिद्धि का महत्व पता चल रहा है। दरअसल पारस की आभार यात्रा के दौरान चिराग पासवान के समर्थक पशुपति पारस का विरोध जता रहे हैं। चिराग के समर्थकों ने पशुपति पारस को काले झंडे दिखाए और जमकर नारेबाज़ी की। यहीं नहीं उन्होंने गाड़ियों पर लगे पोस्टर और झंडे भी फाड़ दिए। वहीं इस दौरान पशुपति पारस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान का वास्तविक राजनीतिक उत्तराधिकारी मैं ही हूँ। उन्होंने कहा कि भैया ने मुझे 1970 में ही ये बात कह दी थी। पारस ने आगे कहा कि चिराग पासवान पार्टी को कमज़ोर बनाने में लगे हुए हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने अपने मंत्रालय की तारीफ करते हुए बताया कि उनके मंत्रालय द्वारा ही हाजीपुर के पास खाद्य प्रसंस्करण विश्वविद्यालय खोलने की पहल की जा रही है। जैसे ही विश्वविद्यालय के लिए बिहार सरकार की तरफ से हमें पर्याप्त ज़मीन मिलेगी उसपर यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि केले उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हाजीपुर और लीची के लिए विख्यात मुजफ्फरपुर के किसानों के हालातों में सुधार करने के लिए खाद्य प्रसंस्करण यूनिट खोले जाने को लेकर भी फैसला लिया जा सकता है। बहुत जल्द ही दोनों परियोजनाओं की शुरुआत कर दी जाएगी। पशुपति पारस ने आगे बताया कि केंद्र और राज्य सरकार से स्व. रामविलास पासवान को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित करने की मांग की गई है। इसके अतिरिक्त वैशाली जो कि रामविलास पासवान की कर्मभूमि रही है वहां उनकी स्मृति में एक कर प्रतिमा लगाए जाने की भी मांग की गई है।
बता दें कि इससे पहले पशुपति पारस ने पूर्व स्थानीय परिसदन में बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में राहत व्यवस्था के अधिकारियों से बात करते हुए समीक्षा की। उन्होंने इस दौरान कई ज़रूरी दिशानिर्देशों का पालन किए जाने पर ज़ोर दिया। पारस ने बाढ़ पीड़ितों को समय पर राहत सामग्री उपलब्ध कराने और जान गंवाने वालों के परिजनों को मिलने वाली भुगतान राशि जल्द से जल्द दिए जाने के भी निर्देश दिए। इस बैठक में जिले के कई बड़े पदाधिकारी मौजूद रहे।