लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। इस बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा उत्तर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव से मुलाकात की। इससे ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि राजभर NDA में शामिल हो सकते हैं। इस मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह भी मौजूद रहे।
मीडिया से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा की मैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और दयाशंकर सिंह से शिष्टाचार भेंट के रूप में मिलने गया था। उन्होंने आगे कहा कि मैं BJP में मंत्री रह चुका हूं और अगर भाजपा के टिकट पर लड़ा भी होता तो सांसद बनकर दिल्ली भी जाता। भाजपा से मेरी लड़ाई देश के पिछड़ी जाति की जातिवार जनगणना को लेकर है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा से मेरी लड़ाई सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने को लेकर भी है। इसे लेकर तीन साल से कुछ भी नहीं हुआ। इसके अतिरिक्त गरीब और कमज़ोर लोगों को एक समान और मुफ्त शिक्षा दिलाई जाए। यही नहीं महिलाओं के 33 प्रतिशत आरक्षण को लेकर भी टकराव है जिसे लोकसभा में विचाराधीन समझा जाता है। जब लोग सत्ता से बाहर होते हैं वे तब इसे लागू किए जाने की बात करते है। जब उनसे सवाल किया गया कि अगर BJP उनकी मांगे मान ले तो क्या वे दोबारा एनडीए में शामिल हो कर भाजपा के साथ चुनाव लड़ेंगे? तो इस पर राजभर ने जवाब दिया कि पहले भाजपा ये बातें मान ले, उसके बाद क्योंकि 52 प्रतिशत जनसंख्या पिछड़े वर्ग की है तो पिछड़े का बेटा ही मुख्यमंत्री बनेगा इसकी घोषणा हो या फिर अभी ही इसकी घोषणा की जाए। दूसरी तरफ असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन को लेकर राजभर ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी अब तक भागीदारी मोर्चा के आधिकारिक रूप से हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने पूछा कि क्या आप कोई ऐसा वक्तव्य दिख सकते है जिसमें असदुद्दीन ओवैसी के भागीदारी मोर्चा में शामिल होने की पुष्टि हो।
ओमप्रकाश के अनुसार अगर भाजपा उनकी सारी शर्तें मान लेती है तो वह एनडीए में शामिल हो जाएंगे। वहीं उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने कहा कि वे ओमप्रकाश राजभर को भाजपा में लाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि राजनीति में कोई भी हमेशा के लिए दुश्मन नहीं होता। राजभर हमेशा से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दलित और पिछड़े वर्गों के लिए किए गए कामों के समर्थन में रहे हैं। इसलिए वे BJP में दोबारा शामिल हो सकते हैं। वैसे भी वे टिकट को लेकर भाजपा छोड़कर गए थे।
दूसरी तरफ ओमप्रकाश राजभर के स्वतंत्र देव सिंह से मिलने पर कांग्रेस ने कटाक्ष किया है। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि भाजपा ने भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाने के लिए कहा है। एक तरफ ओवैसी हैं तो दूसरी तरफ राजभर भाजपा के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। भाजपा के षड्यंत्र का खुलासा हो गया। इसके अलावा सपा नेता अनुराग भदौरिया ने कहा कि भाजपा को हार का डर है इसलिए गठबंधन के लिए यहां वहां भटक रही है।