पटना: व्यास सम्मान प्राप्त प्रसिद्ध लेखिका नासिरा शर्मा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक खुला पत्र लिख कर पटना स्थित खुदा बख्श ओरिएण्टल पब्लिक लाइब्रेरी की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया है। नासिरा ने अपील की है कि विश्व स्तर पर ख्याति प्राप्त इस पुस्तकालय की विरासत को संजो कर रखा जाना बेहद महत्वपूर्ण है। पत्र में नासिरा ने कहा कि नीतीश जी आपने बहुत से ऐसे अहम काम किये हैं जिसकी सराहना करना ज़रूरी है जैसा कि पटना में नया बना म्यूज़ि्यम, नालंदा के ऐतिहासिक महत्व को विश्व स्तर पर फिर से चर्चा में ले आया और साथ ही पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण भी उन्हें बार -बार पटना आने के लिए भी प्रेरित करेगा।
कई साहित्य सम्मान से सम्मानित नासिरा शर्मा ने आगे कहा कि यह सारी ख़ुशी इस ख़बर से अफ़सोस में बदल गई जो महत्वपूर्ण ख़ुदाबख्श पुस्तकालय को लेकर सुनने को मिल रही। नया निर्माण ज़रूरी है, मगर विरासत की क़ीमत पर हरगिज़ नहीं। मुख्य मंत्री जी, एक चौराहा और पुस्तकालय का फ़र्क़ हर पढ़ा लिखा इंसान समझ सकता है। ख़ास कर आप जैसे सम्वेदनशील मुख्यमंत्री जिनका सियासी दृष्टिकोण कुछ भी हो सकता है। मगर देश के ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर तो हर भारतीय नागरिक की विरासत है, जिसके बारे में आप अकेले फ़ैसला नहीं ले सकते हैं।
लेखिका ने कहा कि बार-बार एक तरफ़े फ़ैसलों से उन भारतीय इतिहासकारों, बुद्धिजीवियों , अध्यापकों व साहित्यकारों को गहरी ठेस लगती है, जिनके शोधकार्यो़ के लिए यह अहम स्रोत है। ख़ास कर आने वाली पीढ़ियों के लिए उस में रखी नायाब पांडुलिपियाँ जो उन्हें अपने पुरखों के गौरवशाली कारनामों से अवगत करायेंगी और उनका का सिर बुलंद करेंगी।
नासिरा शर्मा ने कहा कि इस पुस्तकालय का विश्व स्तर पर आला मुक़ाम है। आप से निवेदन है कि आप इस योजना को कार्यान्वित करके अपनी छवि धूमिल नहीं होने दें। उन्होंने कहा की मैं पुरज़ोर शब्दों में इस फ़ैसले की निंदा करती हूँ और आप से गुज़ारिश करती हूँ कि आप विकास ज़रूर करे, नए निर्माण भी करें, मगर विरासत की छाती को ज़ख़्मी करके हरगिज़ नहीं।