भोपाल: मध्य प्रदेश एजुकेशन बोर्ड की तरफ से 10वीं के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। इस साल 10वीं बोर्ड की परीक्षा में कुल 356000 छात्र फर्स्ट डिवीजन से उत्तीर्ण हुए हैं। वहीं 397626 सेकेंड डिविजन और 159871 छात्र थर्ड डिवीजन से पास हुए हैं। छात्र अपना रिजल्ट एमपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं।
मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने इस बार कोरोना महामारी के कारण 10वीं के विद्यार्थियों का परिणाम मिड टर्म एग्जाम, यूनिट टेस्ट और इंटरनल असेसमेंट के आधार पर तैयार किया है। जिसके तहत बोर्ड ने 50-30-20 का फॉर्मूला अपनाया है। इसके अनुसार रिजल्ट बनाने के लिए 50 प्रतिशत अंक केवल मिड टर्म एग्जाम्स से लिए गए हैं। बाकी के 30 नम्बर यूनिट टेस्ट और 20 नम्बरों के लिए इंटरनल असेसमेंट को आधार बनाया गया है। एमपी बोर्ड का परिणाम देखने के लिए छात्र MPBSE की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान राज्य सरकार ने 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं। जून की पहली तारीख को सीबीएसई बोर्ड ने भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय लिया था। इसके बाद जिन राज्यों में बोर्ड परीक्षाएं नहीं हो सकी थीं उन्होंने भी परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा कर दी थी। उस समय परीक्षाओं को रद्द करने के बाद छात्रों को मूल्यांकन प्रणाली के आधार पर प्रमोट करने का निर्णय लिया गया था।
बता दें कि मध्य प्रदेश में 10वीं बोर्ड की परीक्षाओं के लिए इस साल 11 लाख विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाग था। इसलिए सरकार की तरफ से महामारी के बीच मूल्यांकन प्रणाली के आधार पर इन सभी का रिजल्ट जारी किया गया है। जिसके तहत अगर किसी छात्र ने न्यूनतम उत्तीर्ण अंक 33 भी नहीं हासिल किए हैं तो उसे ग्रेस मार्क्स देकर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा।