नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी को डोमिनिका से दबोच लिया गया है। सूत्रों की मानें तो मेहुल चोकसी क्यूबा भागने वाला था लेकिन उसी बीच वह पकड़ा गया। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा है कि उन्होंने गैर कानूनी रूप से डोमिनिका में प्रवेश करने के लिए मेहुल चोकसी पर कार्रवाई करे इसके साथ ही उसे भारत को सौंप दे।
हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी रविवार से ही एंटीगुआ से फरार था और रविवार से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इसके बाद चोकसी के खिलाफ इंटरपोल नोटिस जारी कर दिया गया था और इसी के तहत काफी तलाश के बाद मेहुल चोकसी को डोमिनिका से गिरफ्तार किया गया। सूत्रों के अनुसार मेहुल चोकसी क्यूबा भागने वाला था। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा कि डोमिनिका चोकसी को असंवैधानिक प्रवेश के लिए उस पर कार्रवाई करे इसके साथ ही उसे भारत को प्रत्यर्पित करे।
एक समाचार एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा कि डोमिनिका भगौड़े चोकसी को भारत को प्रतियर्पित करने के लिए तैयार हो गया है। इसके साथ ही एंटीगुआ उसे अब स्वीकार नहीं करेगा। क्योंकि एंटीगुआ में चोकसी को नागरिक रूप में कानूनी सुरक्षा प्राप्त है इसलिए प्रधानमंत्री ने डोमिनिका के पीएम स्केरिट और कानून प्रवर्तन से ये आग्रह किया है कि चोकसी को एंटीगुआ न लौटाया जाए। उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि वे डोमिनिकन सरकार से आग्रह करते है की मेहुल चोकसी को नावों के ज़रिए अवैध प्रवेश के लिए डोमिनिकन सरकार उसपर कार्रवाई करे और उसे भारत भेजने की व्यवस्था करे।
बता दें कि एंटीगुआ और डोमिनिका दोनों ही देश की सरकारें भारत सरकार की सहायता कर रही है। वहीं चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने भी चोकसी के डोमिनिका में होने की पुष्टि की है। उन्होंने जानकारी दी कि उन्होंने चोकसी के परिवार से बात की है और परिवार के सदस्य मेहुल से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि ये बात स्पष्ट हो सके कि उसे डोमिनिका कैसे पहुंचाया गया।
मेहुल चोकसी वही भगोड़ा है जिसपर 13500 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का आरोप था और वह 2018 में विदेश भाग निकला था। बाद में इस बात की जानकारी मिली कि चोकसी वर्ष 2017 में ही एंटीगुआ की नागरिकता प्राप्त कर चुका था। पीएनबी घोटाले में जांच पड़ताल कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी है। चोकसी ने खराब स्वास्थ्य का बहाना बनाकर पेशी के लिए भारत आने से मना कर दिया था। इसके साथ ही इस घोटाले का मुख्य आरोपी नीरव मोदी चोकसी का ही भांजा है जो अब लन्दन की जेल में है।