नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार से पहले आज कई मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इनमें हर्षवर्धन, रमेश पोखरियाल निशंक, सदानंद गौड़ा, संतोष गंगवार, बाबुल सुप्रियो, देबोश्री चौधरी, प्रताप सारंगी, रतन लाल कटारिया और संजय धोत्रे का नाम शामिल है। बता दें कि मंगलवार को ही राज्यसभा में नेता सदन और बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य थावर चंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है। हर्षवर्धन के हाथ में विज्ञान और तकनीक मंत्रालय की कमान भी थी। माना जा रहा है कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह मोदी सरकार पर सवाल खड़े हुए उसका खामियाजा डॉ हर्षवर्धन को इस्तीफा देकर भुगतना पड़ा। इसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने भी खराब स्वास्थ्य को कारण बताते हुए इस्तीफा दे दिया है। दरअसल रमेश पोखरियाल कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे जिसके बाद वह एक महीने तक अस्पताल में भर्ती रहें। रमेश पोखरियाल उत्तराखंड के हरिद्वार से सांसद है। इसी कड़ी में अगला नाम बाबुल सुप्रियो का है। बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद हैं। बाबुल सुप्रियो ने पर्यावरण मंत्रालय में राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है। कहा जा रहा है कि वे पार्टी से नाराज़ थे।
बता दें कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री देबोश्री चौधरी ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है। देबोश्री पश्चिम बंगाल के रायगंज लोकसभा सीट से भाजपा सांसद हैं। इस लिस्ट में अगला नाम सदानंद गौड़ा का है। सदानंद गौड़ा रासायनिक एवं उर्वरक मंत्री थे और कर्नाटक के बेंगलुरु नॉर्थ से भाजपा सांसद हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के बरेली से सांसद संतोष गंगवार जो कि श्रम एवं रोजगार मंत्री थे उनसे भी इस्तीफा देने के लिए कहा गया। उनके स्थान पर लखीमपुर खीरी से सांसद अजय मिश्रा को मंत्री नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा जल शक्ति मंत्रालय में राज्य मंत्री रत्न लाल कटारिया और लघु उद्योग में राज्य मंत्री प्रताप सारंगी को भी इस्तीफा देना पड़ा।
जानकारी हो कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर पहले से ही अंदाजा लगाया जा रहा था कि कैबिनेट से कई मंत्रियों की छुट्टी होगी। आज शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए मंत्री शपथ ग्रहण करेंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि सुशील कुमार मोदी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और पशुपति पारस को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है।