पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंगलवार को तेजस्वी यादव के आवास में आयोजित प्रशिक्षण शिविर को संबोधित किया। हांलाकि लालू प्रसाद ने तेज प्रताप के बंधक बनाए जाने वाले बयान पर कुछ नहीं कहा।
लालू प्रसाद यादव ने बीमारी से जुड़ी लाचारी के बारे में जानकारी दी। वहीं, उन्होंने उपचुनाव में महागठबंधन की गांठ पर भी कुछ नही कहा, लेकिन कांग्रेस आलाकमान पर टिप्पणी की। साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अब तक का सबसे बड़ा टास्क दिया है जेल भरने का टास्क।
लालू यादव ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने कहा था कि जेल से ही स्वराज मिला है, इसलिए मित्रों, जेल भरो। जेल से नहीं डरो, पर सत्याग्रह से लोग डरते हैं। प्रदर्शन से मुकदमा हो जाता है, तो सब कहते हैं मुकदमा हो गया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने गाड़ी से लखीमपुर में लोगों को रौंद डाला। हम इसकी निंदा करते हैं। कहा जा रहा है कि न्यायिक जांच होगी, पता नहीं कब होगी?
लालू प्रसाद ने आगे कहा कि टिकट बांटने का काम नीचे के संगठन का है। उम्मीदवार का नाम छान करके पार्टी ऑफिस को भेजना चाहिए, लेकिन ये नहीं हो पाता। चुनाव आते ही भीड़ जुटना शुरू हो जाती है। संगठन को तेज और धारदार बनाकर पंचायत स्तर पर पहुंचाने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं पर है।