राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (RJD Supremo Lalu Prasad Yadav) ने संघ प्रमुख मोहन भागवत (Sangh Chief Mohan Bhagwat) पर तंज़ कस्ते हुए कहा है कि ‘RSS की ठग विद्या से प्रशिक्षित एवं संघ की महाझूठी, महाकपटी पाठशाला से निकले जुमलेबाज विद्यार्थी ही सालाना 2 करोड़ नौकरी प्रतिवर्ष देने का वादा कर वोट बटोरते हैं।
लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि जब जब RSS-BJP अपनी ही बेफिजूल की बातों में फंसती है तो नफरत फैलाने वाले सज्जन बिन मांगा ज्ञान बांटने चले आते हैं।
RSS की ठग विद्या से प्रशिक्षित एवं संघ की महाझूठी, महाकपटी पाठशाला से निकले जुमलेबाज विद्यार्थी ही सालाना 2 करोड़ नौकरी प्रतिवर्ष देने का वादा कर वोट बटोरते है?
जब जब RSS-BJP अपनी ही बेफिजूल की बातों में फँसती है तो नफ़रत फैलाने वाले सज्जन बिन माँगा ज्ञान बाँटने चले आते है। https://t.co/kKWFJqKOBz
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 5, 2022
लालू का तंज़ संघ प्रमुख के उस ब्यान पर आया है, जिसमे मोहन भागवत ने कहा कि ‘भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में आर्थिक तथा विकास नीति रोजगार उन्मुख हो यह अपेक्षा स्वाभाविक ही कही जाएगी, लेकिन रोजगार यानी केवल नौकरी नहीं यह समझदारी समाज में भी बढ़ानी पड़ेगी।
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि कोई काम प्रतिष्ठा में छोटा या हल्का नहीं है, परिश्रम, पूंजी तथा बौद्धिक श्रम सभी का महत्व समान है। उद्यमिता की ओर जाने वाली प्रवृत्तियों को प्रोत्साहन देना होगा। Startup इसमें अहम भूमिका निभा रहा है। इसे और आगे बढ़ाने की जरूरत है।’
विजयादशमी के अवसर पर नागपुर में संघ कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। भागवत ने कहा कि अगर ऐसे ही सब लोग सरकारी नौकरी के पीछे दौड़ेंगे तो नौकरी कितनी दे सकते हैं? किसी भी समाज में सरकारी और Private दोनों मिलाकर ज्यादा से ज्यादा 10,20,30 प्रतिशत नौकरी होती है, जबकि बाकी सभी को अपना काम करना पड़ता है।
लालू प्रसाद ने अपने ट्वीट में आरएसएस को तो निशाने पर लिया ही साथ ही मोहन भागवत और PM Modi को भी आड़े हाथों लिया। राजद प्रमुख का यह तंज इसलिए भी मायने रखता है कि उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) राज्य में युवाओं को सरकारी नौकरी देने की लगातार बात कर रहे हैं। बिहार के युवाओं को इंतजार है कि कई विभागों से बड़ी संख्या में नौकरी के लिए वेकेंसी आएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 अगस्त को दिए भाषण में कहा कि हम 10 लाख नौकरी के साथ ही 10 लाख रोजगार भी देंगे।