लखनउ: उत्तर प्रदेश के कासगंज में थाने में अल्ताफ (Altaf) नाम के युवक की मौत के बाद से सियासी घमासान मच गया है। पुलिस की ‘टोटी से फांसी’ लगाने की थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी को निशाने पर ले लिया है। इसके बाद अब यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह (Sidharth Nath Singh) ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के लिए कहा कि अखिलेश को टोटी का बड़ा ज्ञान है।
थाने में युवक की मौत के सवाल पर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘प्रक्रिया की तहत कार्रवाई की गई है। मृतक के पिता ने वायरल वीडियो में संतुष्ट बताया है लेकिन विपक्ष इसे सांप्रदायिकता का रंग चढ़ाने का काम कर रही है। ये सिर्फ इसलिए क्योंकि एक मुस्लिम की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई है। इसलिए विपक्षी दल तुष्टीकरण की नीति के तहत ये सब कर रहे हैं।’
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने युवक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध मौत होने के मामले पर दुुुख व्यक्त करते हुये राज्य सरकार से इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग की है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, “कासगंज में पुलिस कस्टडी में एक और युवक की मौत अति-दुखद व शर्मनाक। सरकार घटना की उच्चस्तरीय जाँच कराकर दोषियों को सख़्त सजा दे तथा पीड़ित परिवार की मदद भी करे“
मायावती ने पुलिस हिरासत में मौत के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा, “यूपी सरकार आए दिन कस्टडी में मौत रोकने व पुलिस को जनता की रक्षक बनाने में विफल साबित हो रही है यह अति-चिन्ता की बात है।“ उल्लेखनीय है कि हाल ही में कासगंज में एक युवक अल्ताफ अहमद को पुलिस द्वारा पूछताछ के लिये पकड़े जाने के बाद हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। पुलिस इसे आत्महत्या का मामला बता रही है।