मुंबई: काफी समय से मोबाइल टावरों से निकल रहे हानिकारक विकिरणों को लेकर लोगों को जागरूक कर रहीं अभिनेत्री जूही चावला ने अब एक और कदम उठाया है। जूही चावला ने अब 5G टेक्नोलॉजी के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया है। जूही चावला ने मुंबई हाई कोर्ट में 5G टेक्नोलॉजी को लागू न करने के विरोध में याचिका दायर की है।
अभिनेत्री जूही चावला का कहना है कि वह टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट के विरुद्ध नहीं है, वह स्वयं टेक्नोलॉजी का प्रयोग करती हैं। लेकिन इससे होने वाले नुकसान को लेकर भी वह चिंतित रहती हैं। क्योंकि ये वायरलेस गैजेट्स और मोबाइल टावरों से निकलने वाली विकिरणें लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को कुप्रभावित कर रही हैं। जूही चावला ने अपनी याचिका में लिखा है कि देश में यदि 5G टेक्नोलॉजी लागू की जाती है तो उसके हानिकारक रेडिएशन का मानव जाति, महिला, पुरुषों, जानवरों, जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों और पर्यावरण पर भारी प्रभाव पड़ेगा। इसलिए 5G टेक्नोलॉजी के प्रभावों के विषय मे गहराई से पढ़े जाने की आवश्यकता है और यह जानने की आवश्यकता है कि यह टेक्नोलॉजी देश की भावी पीढ़ी के लिए कितनी सुरक्षित है।
बता दें कि साल 2018 में भी जूही चावला ने इस संदर्भ में महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने लोगों पर मोबाइल टावर और वाईफाई से उत्पन्न हो रहे रेडिएशन के हानिकारक प्रभाव के संदर्भ में सरकार को आगाह किया था। अपने पत्र में जूही ने कहा था कि डिजिटल इंडिया के चक्कर में सरकार अपनी आँखें मूंदकर ये टेक्नोलॉजी लागू कर रही है।