नई दिल्ली: इत्तेहाद उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने ईद उल अज़हा को लेकर मुसलमानों से अपील की है। उन्होंने कहा है कि त्योंहार के दौरान कोरोना संक्रमण से बचें और इसे फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा जारी किए गए सभी कोरोना नियमों का पालन करे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन का उचित रूप से हमें पालन करना चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
मौलाना कारी मुस्तफा ने कहा कि कुर्बानी करते समय हम सभी को इस बात का ख्याल रखना होगा कि कुर्बानी खुली जगह पर न की जाए। इसके अतिरिक्त जिन जानवरों की कुर्बानी की अनुमति हमें सरकार और शरीयत ने दी है हम उन्हीं जानवरों की कुर्बानी करें। मौलाना कारी मुस्तफा ने ये हिदायत भी दी कि कुर्बानी का गोश्त एक जगह से दूसरी जगह ले जाने से परहेज़ करें। उन्होंने आगे कहा कि सफाई हमारा आधा ईमान है और इसलिए इसका खास ख्याल रखा जाए। जानवरों के जो हिस्से बच जाएं उन्हें खुले में न फेंके, बल्कि नगरपालिका की गाड़ियों में डालें। इससे माहौल नहीं बिगड़ेगा और न ही किसी को कोई नुकसान होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कुर्बानी की तस्वीर या वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर न डालें क्योंकि शरीयत इसकी अनुमति नहीं देता। मौलाना कारी मुस्तफा ने अनुरोध करते हुए कहा कि सभी लोग अपने अपने इलाकों में गरीबों का ध्यान रखें। सभी अल्लाह से दुआ करें कि जल्द से जल्द हमारे देश और पूरी दुनिया को इस बीमारी से छुटकारा मिले। हमारी सभी परेशानियों और बीमारियों को ठीक करे।
उन्होंने आगे कहा कि बकरीद पर मस्जिदों और मदरसों में भीड़ ने लगाएं। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करें। रास्तों और चौराहों पर टोलियां बनाकर न घूमें। उन्होंने युवाओं को लेकर कहा कि वे बाइकों पर सवार होकर सड़कों पर न निकलें। सभी लोग मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करें। यही नहीं मौलाना ने नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी लोगों को समझाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें ज़रूरत है कि हम कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए हमारे साथ खड़े प्रशासनिक अधिकारियों, डॉक्टरों, पुलिस और सफाई कर्मचारियों का सम्मान करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।