कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ने अपने मुख्य सचिव को दिल्ली बुलाये जाने के फैसले पर विराम दे दिया है। उन्होंने अलापन बंद्योपाध्याय को रिटायरमेंट देते हुए उन्हें अब अपना मुख्य सलाहकार बना लिया है। इसके साथ ही उन्होंने 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हरिकृष्ण द्विवेदी को अपना नया मुख्य सचिव घोषित कर दिया है।
ममता बनर्जी ने जहां एक तरफ अलापन बंद्योपाध्याय को रिटायरमेंट देकर हरिकृष्ण द्विवेदी को उनकी जगह दी वहीं ममता ने अलापन बंद्योपाध्याय को अपना मुख्य सलाहकार बना लिया है। मालूम हो कि 31 मई को मुख्य सचिव के रूप में अलापन का कार्यकाल समाप्त हो गया था लेकिन महामारी के बीच बंगाल सरकार की अपील पर उनका कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया था। जिसके बाद 28 मई को अचानक अलापन के दिल्ली ट्रांसफर का आदेश आ गया था। इसपर अलापन ने रिटायर होने का निर्णय लिया और अब सीएम ममता ने उन्हें अपना मुख्य सलाहकार बना लिया है।
बता दें कि नए मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी पहले भी राज्य के महत्वपूर्ण पदों को संभाल चुके हैं। वर्ष 2012 के बाद से ही हरिकृष्ण बंगाल के विद्युत निगम के सदस्य रहे हैं। जहां उनके पास संसदीय विभाग और सांख्यिकी थे वहीं वह पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव का भी पदभार सम्भाल चुके हैं। उनकी जगह अब बीपी गोपालिका को दी गयी हैं।
नवनियुक्त मुख्य सचिव हरिकृष्ण और द्विवेदी पूर्व मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय दोनों के पास ही पश्चिम बंगाल काडर के अधिकारी का अनुभव है। अलापन जहां 1987 बैच के अधिकारी थे तो वहीं हरिकृष्ण 1988 बैच के अधिकारी रहे हैं। जब अलापन का तबादला दिल्ली होने की बात आई तो बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर आपत्ति जताई थी। जिसके बाद अलापन ने रिटायर होने का निर्णय लिया।