लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जिलों के नाम बदले जाने का सिलसिला जारी है। इससे पहले राज्य में कई जिलों के नाम बदले गए हैं जैसे इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज औए मुगलसराय का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय रखा गया था। अब जिला पंचायत में फिरोजाबाद का नाम बदलकर चन्द्रनगर रखे जाने का प्रस्ताव भी पारित हो गया है। इसके अलावा झांसी का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रखे जाने का प्रस्ताव भी केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। इसी कड़ी में योगी सरकार में राज्यमंत्री गुलाब देवी ने संभल का नाम बदलकर पृथ्वीराज नगर रखे जाने की मांग की है।
माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने अपने गृह जनपद संभल का नाम बदलकर पृथ्वीराज नगर रखे जाने की बात कही है। यह नाम पृथ्वीराज चौहान के नाम पर रखे जाने का तर्क है। हालांकि पहले भी मायावती के शासन के दौरान संभल का नाम बदलकर भीम नगर रखा गया था और इसी कारण सरकारी कागज़ों में आज भी संभल को भीममगर ही लिखा जाता है। अब गुलाब देवी का कहना है कि मायावती ने अपनी सरकार में संभल का नाम बदलकर भीम नगर रखा था लेकिन जनपद के लोग लंबे अरसे से संभल का नाम राजपूत राजा पृथ्वीराज चौहान के नाम पर रखना चाहते है। उनकी मांग है कि या तो संभल का नाम पृथ्वीराज नगर किया जाए या फिर पौराणिक महत्व के मद्देनजर इसका नाम कल्कि नगर किया जाए। गुलाब देवी ने कहा हैं कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उनके सामने संभल का नाम पृथ्वीराज नगर रखे जाने का प्रस्ताव रखेंगीं। दरअसल संभल को एक समय में राजा पृथ्वीराज चौहान की राजधानी के रूप में दर्ज किया गया है और इस संदर्भ में संभल में आज भी सारे सबूत मौजूद है। यही कारण है कि लोग संभल का नाम बदलकर पृथ्वीराज नगर या कल्कि नगर रखे जाने की मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि संभल का पौराणिक इतिहास रहा है और पुराणों में भी इसका जिक्र है। पुराणों में लिखा गया है कि भगवान श्रीकृष्ण ने संभल में एक कदंब में पेड़ के नीचे आराम किया था और कदंब का यह पेड़ आज भी मौजूद है। कोसों दूर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में इस वृक्ष की परिक्रमा के लिए आते हैं। पुराणों में यह भी कहा गया है कि संभल में ही भगवान श्रीकृष्ण का 8वां अवतार कल्कि होगा। संभल के इन्हीं महत्वों के कारण सरकार ने इसे धार्मिक नगरी और पर्यटन स्थल बनाने की घोषणा की है।