पटना: बिहार की राजधानी पटना में ईद-उल-अज़हा के मौके पर मस्जिद और ईदगाह में नमाज़ पढ़ने पर पाबंदी लगाई गई है। जिला प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए अपील की है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सभी लोग अपने घरों पर ही नमाज़ अदा करें। गांधी मैदान, ईदगाह या फिर किसी मस्जिद में नमाज़ न पढ़ें। हालांकि कोरोना महामारी को देखते हुए देश के अलग-अलग राज्यों में बकरीद को लेकर अलग-अलग गाइडलाइंस जारी की गई हैं।
पटना प्रशासन के अनुसार कोरोना महामारी को देखते हुए ईद-उल-अज़हा के मौके पर गृह विभाग ने आदेश जारी किया है कि इस दिन आम जनता के लिए सभी धार्मिक स्थल बंद रखे जाएंगे। इसके अतिरिक्त किसी भी प्रकार के राजनीतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक जुलूस या सभा पर भी प्रतिबंध रहेगा। इसके साथ ही किसी भी सार्वजनिक स्थल पर किसी भी तरह से सरकारी या निजी कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा सकते। कुल मिलाकर सार्वजनिक तौर पर बकरीद मनाने पर प्रशासन की ओर से रोक लगाई गई है। लोग अपने घरों पर रहकर ही त्योंहार मना सकते हैं। अपने आदेश के अनुपालन के लिए प्रशासन ने स्थानीय प्रशासन को आदेश दिया है कि वे लोगों को प्रेरित करें। यही नहीं प्रशासन ने हर स्तर पर शांति समिति की बैठक करके आवश्यक कार्यवाही का निर्देश भी जारी किया है। मालूम हो कि ईद-उल-फितर के बाद ईद-उल-अज़हा मुसलमानों का दूसरा सबसे बड़ा त्योंहार है। इस दिन मुसलमान ईदगाह और मस्जिदों में नमाज़ अदा करते हैं। बकरीद के दिन मुख्य रूप से बकरे और अन्य हलाल जानवरों की कुर्बानी दी जाती है।
कोरोना के मद्देनजर बकरीद के अवसर पर अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग पाबंदियां और ढील हैं। महाराष्ट्र से कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं और ऐसे में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मस्जिदों में सामूहिक रूप से नमाज़ पढ़ने पर रोक लगाई गई है। हालांकि दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में लोगों को अपनी स्थानीय मस्जिदों में सीमित संख्या में नमाज़ पढ़ने की अनुमति है। वहीं उत्तर प्रदेश में सरकार ने बकरीद के अवसर पर गाय और ऊंट की कुर्बानी देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। निर्देशानुसार सार्वजनिक स्थानों पर 50 से अधिक लोगों के जमा होने पर भी पाबंदी है। इसके साथ ही सार्वजनिक जगहों पर जानवरों की कुर्बानी देने की भी मनाही है। केरल में बकरीद के मौके पर 18 से 20 जुलाई तक कोरोना प्रतिबंधों में ढील दी गई है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट इसके खिलाफ दायर की गई याचिका पर आज सुनवाई करेगा। इसके अलावा आंध्र प्रदेश सरकार ने भी लोगों को बड़ी सभाओं का आयोजन करने से परहेज़ करने का निर्देश दिया है। सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि लोग ईदगाह या खुले स्थानों में नमाज़ न पढ़ें। इसके साथ ही 50 फीसदी क्षमता के साथ मस्जिदों में नमाज़ पढ़ने की अनुमति दी है। हालांकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करने का आदेश है।
इन सब के अतिरिक्त असम में सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए बकरीद के अवसर पर राज्य के 5 जिलों में कर्फ़्यू की घोषणा की है। वहीं इस दौरान मस्जिदों में केवल 5 लोग ही नमाज़ पढ़ सकते हैं। राज्य सरकार द्वारा लोगों को घर पर रहकर ही बकरीद मनाने का निर्देश दिया गया है।