नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर गोली चलाने वाले रामभक्त गोपाल ने रविवार को हरियाणा के पटौदी में एक भड़काऊ बयान दिया है। उसका ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें गोपाल ने ये स्वीकार किया है कि उसने फायरिंग की थी। उसका ये भी कहना है कि जब उसने फायरिंग की तब वह भले ही नाबालिग था लेकिन उसके अंदर का हिन्दू जाग गया था।
जब सोशल मीडिया पर गोपाल का भड़काऊ भाषण वायरल होने लगा तो गोपाल ने इसपर अपनी सफाई पेश की। गोपाल ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए कहा कि हां मैंने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की थी। उस समय मैं नाबालिग था और मुझमें इतनी समझ नहीं थी। गोपाल ने आगे कहा कि उस समय मैं संवैधानिक रूप से नाबालिग था और मैं देश विरोधियों को संदेश देना चाहता था। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रदर्शनकारियों की तरफ से पुलिस पर हमला किया जा रहा था, यहां तक कि शरजील जैसे राष्ट्र विरोधी लोग उनपर हमला बोल रहे थे। इसलिए मैं जेवर से बंदूक लेकर गया था और फायरिंग की थी। भड़काऊ भाषण को लेकर अपना पक्ष रखते हुए गोपाल ने कहा कि मैं किसी संप्रदाय के विरुद्ध नहीं हूं लेकिन देश विरोधी मानसिकता और जिहाद के खिलाफ हूँ। यह सब झूठ है कि मैंने भड़काऊ भाषण दिया है। मेरा बयान लव जिहाद और धर्मांतरण के खिलाफ था जो भड़काऊ नहीं था। बता दें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर फायरिंग करने को लेकर अब गोपाल का कहना है की उस समय इसका हिन्दू जाग गया था और वह राष्ट्र विरोधी सभी लोगों को पाकिस्तान भेजेगा।
रामभक्त गोपाल वही नौजवान है जिसने दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर नागरिकता संशोधन कानून का प्रदर्शन कर रहे लोगों पर फायरिंग की थी। उस समय उसके नाबालिग होने के कारण उसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई जबकि अब वही नाबालिग बालिग होकर भड़काऊ बयान दे रहा है और अपना अपराध भी पूरे विश्वास के साथ कबूल कर रहा है। बता दें कि हरियाणा के पटौदी में रामलीला मैदान में रविवार को लव जिहाद और धर्मांतरण को लेकर एक सभा का आयोजन किया गया था। रामभक्त गोपाल और कई संगठनों के लोग इस सभा में शामिल हुए थे। रामभक्त गोपाल पर इस दौरान भड़काऊ बयानबाजी करने का आरोप है।