पटना: बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार मिश्रा के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की गाड़ी की विधानसभा परिसर में सुचारू आवाजाही के लिए विधायकों एवं मंत्रियों के वाहनों को रोके जाने पर आपत्ति जताने से जनप्रतिनिधि बनाम नौकरशाह के इस मुद्दे को लेकर आज सदन में भारी हंगामा हुआ।
मिश्रा ने विधानसभा में गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान हस्तक्षेप करते हुए कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के वाहनों की आवाजाही की अनुमति देने के लिए उनके वाहन को सभा परिसर में रोक दिया गया। इस मुद्दे को सदन का अपमान और उसकी मर्यादा पर हमले के रूप में देखते हुए सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने एक साथ अपनी आवाज बुलंद की। विपक्षी दल के सदस्य इसके विरोध में सदन के बीच में आ गए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। उनके लगातार विरोध के बाद सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सदन को 11.37 बजे दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
मंत्री मिश्रा ने इस मुद्दे को उठाते हुए जनप्रतिनिधियों के अपमान के दोषियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की। अपने कथित अपमान से नाराज मिश्रा ने सभाध्यक्ष से सरकार, मंत्रियों और विधायकों के प्रति नौकरशाहों के रुख को स्पष्ट करने की मांग करते हुए कहा कि जब तक आसन द्वारा स्थिति स्पष्ट नहीं की जाती है, तब तक वह अपनी सीट पर नहीं लौटेंगे।