इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी (EVM) के बाद अब दौर आ गया है RVM का। अपने घरों से दूर रहने वाले मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग ने रिमोट वोटिंग सिस्टम (RVM) तैयार किया है। IIT मद्रास की सहयोग से बनाई गई RVM एक रिमोट पोलिंग बूथ से 72 निर्वाचन क्षेत्रों को संभाल सकती है।
केंद्रीय चुनाव आयोग (Election Commission of India) इसकी घोषणा करते हुए बताया कि RVM की मदद से अब घर से दूर, किसी दूसरे शहर और राज्य में रहने वाले मतदाता विधानसभा/लोकसभा चुनाव में अपने वोट डाल पाएंगे। चुनाव आयोग नए साल में 16 जनवरी को सभी राजनीतिक दलों के सामने RVM का लाइव डेमो देगा, जिसके बाद उनसे सुझाव भी माँगा जाएगा। इन सब के बाद आयोग इसे लागू करने की प्रक्रिया पर आगे बढ़ेगा।
नए वर्ष 2023 में जम्मू-कश्मीर के अलावा देश के 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव निर्धारित हैं जबकि 2024 में लोकसभा चुनाव भी होंगे। 2023 जिन राज्यों में चुनाव हैं उनमें राजस्थान, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड और तेलंगाना शामिल हैं।
RVM का इस्तेमाल अपने शहर से दूर रह कर नौकरी या रोज़गार में लगे लोग तथा प्रवासी मजदूर कर पाएंगे। चुनाव आयोग की RVM सुविधा का लाभ उठाने के लिए लोगों को रह रहे अपने शहर में वोटिंग के दिन रिमोट वोटिंग स्पॉट पर पहुंचना होगा। एक अनुमान के अनुसार, देश में लगभग 45 करोड़ से ज़्यादा लोग अपने घर और शहर छोड़कर दूसरे राज्यों में रह रहे हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने कहा कि युवाओं और शहरी मतदाताओं के वोट न डालने के रवैए पर एक रिसर्च किया गया ताकि भविष्य में इनके वोट न डालने की समस्याओं और समाधान पर विचार किया जा सके। आयोग मानता है कि RVM के द्वारा वोटिंग में ऐसे लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए क्रांतिकारी बदलाव होगा।
चुनाव आयोग ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 67.4% था, जबकि 30 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग नहीं किया। आयोग ने कहा -चिंता की बात यही है, इसलिए इसलिए RVM जैसी सुविधा लाने का निर्णय लिया गया।