नई दिल्ली: दिल्ली में पिछले सप्ताह से लगातार खराब श्रेणी में चल रहे वायु गुणवत्ता सूचकांक(एक्यूआई) में मंगलवार को थोड़ा सुधार हुआ और इसे 266 दर्ज किया गया है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान (सफर) ने यह जानकारी दी है। एजेंसी ने बताया कि उत्तर पश्चिम दिशा से चलने वाली तेज हवाओं की वजह से हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व बिखर रहे हैं और इस कारण वायु गुणवत्ता में अगले दो दिनों में सुधार आ सकता है। हवाओं की तेज रफ्तार बुधवार तक जारी रह सकती है और इसका प्रभाव वायु की गुणवत्ता पर पड़ेगा। सफर ने बताया कि दिल्ली के आसपास क्षेत्रों में जलने वाली पराली जगहों की संख्या घटकर 909 हो गई है और मंगलवार को पीएम 2.5 में इसका योगदान छह प्रतिशत रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वायु गुणवत्ता सूचकांक(एआईक्यू) के दर्ज किये गए आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के आसपास इलाकों में वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही। फरीदाबाद में 175, गाजियाबाद में 196, गुरुग्राम में 298 और नोएडा में 288 पर वायु गुणवत्ता मापी गई। इसी बीच दिल्ली सरकार ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार होने के बाद निर्माण गतिविधियों पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया लेकिन अभी स्कूल, कॉलेज अगले आदेशों तक बंद रहेंगे।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि वायु गुणवत्ता में सुधार और मजदूरों को हो रही आर्थिक दिक्कतों को देखते हुए निर्माण कार्यों पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटा लिया गया है। उन्होंने कहा प्रदूषण को रोकने के लिए करीब 585 टीम कड़ी निगरानी रखेगी और प्रदूषण उपायों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की होगी। इससे पहले दिल्ली सरकार ने रविवार को 26 नवंबर तक कर्मचारियों को घर से काम करने के आदेश दिए गए और साथ ही शहर में गैर-आवश्यक सामानों को ढोने वाले ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। इसके अलावा पर्यावरण विभाग की तरफ से रविवार को जारी आदेशों में निजी कार्यालयों के कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दी गई। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार इस दौरान आसमान न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने कहा “मंगलवार सुबह 08:30 बजे आर्द्रता का स्तर 63 प्रतिशत दर्ज किया गया।”