नई दिल्ली: केन्द्र सरकार ने कोविड महामारी के संक्रमण में कमी को देखते हुए गुरुनानक देव जी के 552 वें प्रकाश उत्सव के पहले पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जाने के लिए बनाये गये गलियारे को कल यानी बुधवार से खोलने का निर्णय लिया है। कोविड महामारी के चलते यह गलियार 16 मार्च 2020 को बंद कर दिया गया था। करतारपुर साहिब गलियारे से तीर्थयात्रा की सुविधा मौजूदा प्रक्रियाओं और कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार दी जाएगी।
गलियार को खोलने के सरकार के निर्णय की जानकारी खुद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को ट्वीट कर दी। उन्होंने कहा कि सीख तीर्थयात्रियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने करतारपुर गलियारे को 17 नवंबर से फिर से खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह निर्णय दर्शाता है कि मोदी सरकार गुरुनानक देव जी में असीम श्रद्धा एवं सिख समुदाय से अपार स्नेह रखती है। इस निर्णय से बड़ी संख्या में सिख तीर्थयात्रियों को फायदा होगा।
गुरु परब के मौके पर सिख समुदायों की ओर से करतारपुर कॉरीडोर पुन: खोलने की मांग की जा रही थी। भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके करतारपुर कॉरीडोर खोलने की मांग की थी। शाह ने कॉरिडोर का पुनः संचालन शुरू करने के काम में गति लाने के लिए अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकें कीं थी। इससे पहले भी सरकार ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि गुरु नानक देव की जयंती के मौके पर करीब 1500 सिख तीर्थयात्रियों के एक जत्थे को 17 से 26 नवंबर के बीच पाकिस्तान भेजने का फैसला किया गया है। यह जत्था पाकिस्तान स्थित छह पवित्र गुरुद्वाराें – दरबार साहिब, श्रीपंजा साहिब, देहरा साहिब, श्रीननकाना साहिब, करतारपुर साहिब और गुरुद्वारा सच्चा सौदा की यात्रा करेगा।
पाकिस्तान ने भी कुछ दिन पहले करतारपुर गलियारा खाेलने की पेशकश की थी। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने भारत सरकार के अनुरोध पर इस साल जून में दो मौकों -गुरु अर्जन देव जी के बलिदान दिवस और महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर सिख श्रद्धालुओं को तीर्थयात्रा की अनुमति देने से इन्कार कर दिया था। ये यात्राएं 1974 के द्विपक्षीय प्रोटोकॉल के तहत होनी थी। उल्लेखनीय है कि भारत ने जीरो प्वाइंट,अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर डेरा बाबा नानक में करतारपुर साहिब कॉरिडोर के संचालन के तौर-तरीकों पर पाकिस्तान के साथ 24 अक्तूबर 2019 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस दौरान विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ पंजाब सरकार के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 22 नवंबर 2018 को गुरु नानक देवजी की 550 वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर को पूरे देश और दुनिया भर में भव्य तरीके से मनाने का एक प्रस्ताव पारित किया था। इस ऐतिहासिक फैसले में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक डेरा बाबा नानक से करतारपुर साहिब कॉरिडोर के निर्माण और विकास को मंजूरी दी थी ताकि भारत के तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर की यात्रा करने में सुविधा हो और यह यात्रा वर्ष भर सुचारू और सुगम तरीके से चल सके।