पटना: बिहार के दरभंगा जिले की साइकिल गर्ल ज्योति कुमारी के पिता की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। ज्योति के पिता ने अपने पैतृक गांव सिरहुल्ली में आखिरी सांस ली। गरीबी की मार झेलते इस परिवार में अब कोई कमाने वाला नहीं रह गया। पिता की मौत के बाद ज्योति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने परिवार की सहायता के लिए गुहार लगाई है।
साइकिल गर्ल ज्योति वही बहादुर बेटी है तो पिछले वर्ष लॉकडाउन में अपने बीमार पिता को गुरुग्राम से अपने गांव दरभंगा साइकिल से लेकर आई थी। उसने 1200 किलोमीटर की यह यात्रा साइकिल से 8 दिन में पूरी की। दरअसल ज्योति के पिता को कोरोना राहत सहायता योजना के तहत 1000 रुपये मिले थे। जिसके बाद ज्योति ने एक 1200 रुपये कि पुरानी साइकिल खरीदी। हालांकि उसने साइकिल के लिए 700 रुपये बाद में देने का वादा करते हुए साइकिल बेचने वाले को 500 रुपये ही दिए थे और बाकी पैसे रास्ते के खर्च के लिए बचा लिए थे। इसके बाद ज्योति निकल पड़ी थी अपने पिता को लेकर दरभंगा की ओर। कभी पैदल तो कभी ट्रक वालों से लिफ्ट लेकर और रात पेट्रोल पंप पर गुजार कर ज्योति अपने पिता को लेकर दरभंगा पहुंची। ज्योति के इस कारनामे के बाद न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी ज्योति की बहादुरी और उसके जज़्बे को सलाम किया गया। अखबारों से लेकर टेलीविजन तक ज्योति के चर्चे रहे। यहां तक कि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पुत्री इवांका ट्रम्प ने भी ट्वीट के माध्यम से ज्योति को सराहा था।
हालांकि इसके बाद भी उसकी आर्थिक व्यवस्था नहीं बदली थी। परिवार गरीबी से जूझ रहा था और आज अचानक ज्योति के पिता की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। ज्योति ने PM मोदी से अपने परिवार के लिए मदद की अपील की है। बता दें कि ज्योति के साइकल चलाकर अपने बीमार पिता को गांव पहुँचाने पर इस वर्ष 25 जनवरी को प्रधानमंत्री ने उससे वर्चुअल माध्यम से बात की थी। ज्योति को इस वर्ष प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से भी सम्मानित की जाएंगी।