बड़ी और महँगी गाडियों (Luxury Cars) पर सवार इनकम टैक्स (Income Tax) के कई बड़े अधिकारी बिहार के रोहतास ज़िले (Rohtas District Bihar) के करगहर में एक सज्जन के घर पहुंचे और उसको करोड़ों रुपए इनकम टैक्स का देनदार बताकर उसको एक नोटिस थमा दिया। आप जान कर हैरान रह जाएंगे कि जिस सज्जन को आयकर विभाग के अधिकारियों ने ये नोटिस थमाया वो दिहाड़ी पर काम करने वाला एक निहायत ही गरीब मज़दूर है। लेकिन आयकर विभाग वालों के क्या कहने, इन लोगों ने इस मज़दूर को ने मजदूर को इनकम टैक्स का रिटर्न नहीं जमा करने का दोषी बताते हुए उसको नोटिस पकड़ा कर चले गए।
एक छोटे से कारखाने में मजदूरी कर 10 -112 हजार रुपए महीना कमाने वाले मजदूर मनोज यादव (Labour Manoj Yadav) ने जैसे ही ये नोटिस देखा उसके होश ही उड़ गए, साथ ही उसके परिजन और गाँव वाले भी नोटिस की जानकारी मिलते ही हक्के-बक्के रह गए। यही नहीं आयकर विभाग ने नोटिस में मज़दूर को 5 दिन के अंदर अपना पक्ष रखने को भी कहा है।
मज़दूर मनोज को थमाया गया इनकम टैक्स नोटिसपीड़ित मनोज यादव ने नोटिस देखकर कहा कि ‘आयकर विभाग के अधिकारी मेरे पास आए और मुझसे पूछा- आप कहीं कारोबार करते हैं? आपका करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन है। इसका आपने आयकर रिटर्न नहीं भरा है। इसके जवाब में उसने कहा कि साहब हम दस से बारह हजार रूपए महीना कमाने वाले एक गरीब मज़दूर हैं। हैं। इसके बावजूद आयकर अधिकारी मुझे नोटिस पकड़ा कर चले गए। मज़दूर ने कहा कि उसको तो यह भी नहीं पता कि कितने का नोटिस है…बस वह लोग करोड़ों रुपए बता रहे थे।’
मज़दूर मनोज के परिजन आयकर अधिकारियों के सामने इस बात की गुहार लगाते रहे कि हमलोग मजदूरी कर जीवन-यापन करने वाले लोग हैं। इतनी बड़ी राशि हमलोग कहां से जमा कर सकते है। मज़दूर के परिवार वालों ने कहा कि अगर हम सब लोग मिलकर भी अपनी संपत्ति बेच देंगे तब भी हमलोग उसकी भरपाई नहीं सकते हैं।
मजदूर मनोज यादव ने बताया कि विभिन्न कंपनियों के काम करने के सिलसिले में वह अक्सर दिल्ली-हरियाणा जाता रहता है। जहां उसके महीने की मज़दूरी के भुगतान के लिए उससे आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि कई बार मांगा गया है। मनोज को आशंका है कि जरूर उसके साथ कोई फ्रॉड हुआ है। लेकिन फिलहाल तो वो IT वालों के घेरे में फंसा हुआ है।
मौके पर पहुंची IT के टीम को भी मजदूर के घर के खस्ता हाल और उसकी माली हालत देखने के बाद लगा कि मामला कुछ गड़बड़ है। लेकिन फिलहाल वो इस विषर पर कुछ भी बोलने से बचते रहे।