चीन में कोरोना वायरस (Active Corona Cases in China) के ज़बरदस्त क़हर के बाद अब भारत (India) में भी इसका ख़ौफ़ दिखने लगा है। देश के विभिन्न अस्पतालों में वैक्सीन और बूस्टर डोज़ लेने वालों की लम्बी क़तारे लगने लगी है। कोरोना की एक बार फिर से संक्रमण फैलने की खबरों के बाद से प्रिकॉशन डोज लेने वालों की संख्या भी बढ़ने लगी है। सभी को डर सताने लगा है कि कोरोना महामारी भारत में भी एक बार फ़िर से विकराल रूप न ले सके।
इस बाबत भारत सरकार भी हरकत में आ गई है और कोरोना के खतरों से लड़ने के लिए अपनी तैयारी में लग गई है। एक आंकड़े के अनुसार 18 दिसंबर को ही करीब 4000 लोगों ने टीका लगवाया था. जबकि 22 दिसंबर को ये आकड़ा करीब 57000 तक पहुँच गया था। कोरोना की जांच कराने की भी प्रक्रिया फिर से ज़ोर शोर से हो रही है। सभी एयरपोर्ट पर भी विदेश से आने वालों की रैंडम सैंपल लिए जा रहे हैं।
इस बीच कोविड के लिए टू-ड्रॉप नेज़ल वैक्सीन को भी भारत सरकार ने मंज़ूरी दे दी है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जिन लोगों ने कोविशील्ड और कोवाक्सिन ली है, वे हेटेरोलॉगस की वैक्सीन बूस्टर के तौर पर ले सकते हैं। इसे आज से टीकाकरण अभियान में शामिल कर लिया गया है और यह Cowin एप्लिकेशन पर दिखाई देगी। फिलहाल ये सभी निजी अस्पतालों में उपलब्ध कराइ गई है।
भारत में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 163 नए मामले उजागर होने के बाद देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,46,76,678 पर पहुंच गई है। जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 3,380 रह गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) की ओर से आज जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में संक्रमण से दो लोगों की मौत हुई, जबकि दिल्ली में एक और मरीज की मौत की पुष्टि होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 5,30,690 हो गई है।