चीन में कोरोना वायरस (Active Corona Cases in China) के ज़बरदस्त प्रहार के बाद अब इस संक्रमण के नए मामले चीन के हर राज्य और शहर में लाखों की संख्या में रोज़ाना सामने आ रहे हैं, जो वहां के सरकारी आंकड़ों से कहीं अधिक हैं, जिससे यह साफ़ संकेत मिल रहा है कि अब Covid का फैलाव जनवरी में अपने चरम तक भी पहुँच सकता है।
भारत (India) में भी एक बार फिर कोरोना तेज़ी से अपने पैर पसरा रहा है। देश के कई शहरों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। ख़ास कर मुंबई और दिल्ली में कोरोना वायरस (Corona Virus) के कई केस अब तक दर्ज हो चुके हैं।
दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (International Airport Delhi) पर अब विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही है ताकि समय रहते कोरोना को फैलने से रोका जा सके।
इस बीच बिहार के गया ज़िले में भी कोरोना का ब्लास्ट हुआ है। गया में एक साथ चार विदेशी नागरिकों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद यहाँ हड़कंप मच गया है। RTPCR जांच में इन चारों विदेशी नागरिकों के कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आई है, जिसके बाद इन सभी को आइसोलेट कर दिया गया है।
गया एयरपोर्ट (Gaya Airport) पर विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की बीते 23 दिसंबर को रैंडम जांच की गई जिसमे एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसकी कांट्रैक्ट ट्रैसिंग कराये जाने के बाद 27 लोग सामने आए। उन 27 लोगों में से 4 और लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। कुल मिला कर इन 27 विदेशियों में से पांच लोग कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाए गए, लेकिन उन 5 में से एक दिल्ली वापस लौट गया और एक शख़्स अब तक लापता है।
जानकारी के अनुसार गया एयरपोर्ट पर हुई RTPCR जांच के बाद विदेशियों के कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि इन विदेशीयों में एक थाईलैंड, दो इंग्लैंड और एक म्यानमार का नागरिक है, जो कि बोधगया में दलाई लामा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए हैं।
कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सभी को उसी होटल में आइसोलेट कर दिया गया है, जिसमें उन्होंने पहले से बुकिंग कराई थी। गया के सिविल सर्जन रंजन सिंह ने बताया कि 4 विदेशी नागरिकों में कोरोना पॉजिटिव होने के लक्षण मिले हैं। जांच रिपोर्ट में यह सामने आया है, इसमें अधिकांश लोग गंभीर नहीं हैं, लेकिन एहतियात बरतते हुए उनका उचित इलाज किया जा रहा है।
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा इन दिनों बोधगया में प्रवास कर रहे हैं. उनका टीचिंग प्रोग्राम 29, 30 और 31 दिसंबर को आयोजित किया जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के करीब 60 हजार से अधिक बौद्ध श्रद्धालु भाग लेंगे।
सबसे बड़ी बात ये है कि जांच और रिपोर्ट आने के दरम्यान ये लोग हजारों लोगों के संपर्क में आए हैं। पूरे बोधगया में ये विदेशी घूमते रहे, बोधगया के मंदिरों में इन सभी ने पूजा भी की है। कोरोना केस मिलने के बाद गया के जिलाधिकारी डॉ. एस त्यागराजन ने निर्देश जारी किया है कि बौद्ध धर्मगुरु दलाईलाला से मिलने से पहले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट होगा।
विदेशी संक्रमितों ने भारत में कोरोना की बड़ी चेन बना दी है। विदेश से आए 5 संक्रमितों की ट्रैवल हिस्ट्री ने सरकार की नींद उड़ा दी है। संक्रमितों में से एक बोधगया से लापता है, जबकि एक संक्रमित दिल्ली लौट गया है।
जानकारी के अनुसार यदि गया में इसी तरह कोरोना पॉजिटिव मिलते रहे तो दलाई लामा का टीचिंग कार्यक्रम प्रभावित हो सकता है। ये संभावना जताई जा रही है कि जिस तरह से कई दूसरे देशों में ख़ास कर चीन में कोरोना का तेज़ी से फैलाव हो रहा है, उससे हजारों विदेशियों के गया-बोधगया आने से इसका फैलाव गया और बिहार में होने का खतरा हो सकता है। इस बात को लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट भी जारी कर दिया है।
दिसम्बर-जनवरी में साल गया के बोधगया में हज़ारों की संख्या में विदेशी सैलानी आते हैं जिनमे बड़ी संख्या चीन, जापान थाईलैंड और कोरिया के लोग होते हैं। इन सभी देशों में कोरोना का खतरा पहले से ही है देखा जा रहा है, इसलिए गया के जिला प्रशासन ने सभी एहतियाती क़दम उठाना शुरू कर दिया है और लोगों को आपसी डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।