एनडीए (NDA) से नाता तोड़ने का फैसला करने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने राज्यपाल फागु चौहान (Governor Faagu Chauhan) से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्यपाल से मिलने नीतीश अकेले ही राजभवन पहुंचे, जबकि कयास लगाए जा रहे थे कि नीतीश के साथ राजद नेता तेजस्वी यादव भी राजभवन जायेंगे।
सूत्रों के मुताबिक़ राज्यपाल से मुलाक़ात के दौरान नीतीश ने नई सरकार बनाने का दावा भी कर दिया और उन्हें महागठबंधन के समर्थन साथ कुल 160 विधायकों के समर्थन का पत्र भी सौंप दिया।
राज्यपाल से मिलने के बाद नीतीश कुमार सीधे राबड़ी आवास पहुंचे। राबड़ी आवास पर वो राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और पूर्व मुख्य मंत्री राबड़ी देवी (Former CM Rabri Devi) के साथ बैठक कर नई सरकार पर विचार विमर्श कर रहे हैं।
इस बीच जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने भी नीतीश कुमार को बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा कर दी है। 4 विधायकों वाली पार्टी ‘हम’ के इस एलान के बाद नीतीश को समर्थन देने वाले विधायकों की संख्या 164 हो गई है।
आज ही जदयू विधायक दल की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा-जदयू गठबंधन को तोड़ने का फैसला किया था। जदयू ने भाजपा पर पार्टी को कमज़ोर करने और उसको तोड़ने की साज़िश का भी आरोप लगाया। जिसके बाद नीतीश ने अपने शीर्ष नेताओं और पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों के साथ बैठक कर एनडीए से बाहर आने की घोषणा कर दी थी।
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश कुमार पर बिहार की जनता के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है। पार्टी के बिहार प्रदेश इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रेस कॉनफेरेन्स कर नीतीश पर जनता के मैंडेट के विरुद्ध जाने का इलज़ाम लगाते हुए ये भी मुख्यमंत्री ने भाजपा को भी धोखा दिया है।