शुक्रवार को अमरनाथ गुफा (Amarnath Shrine) के पास बादल फटने (Cloud Burst) से आई आकस्मिक बाढ़ और तबाही के कारण कई लोगों के पानी के बहाव के साथ बहने की खबर है। बताया गया है की हादसे में अब तक 16 लोगों के मौत हुई है, जबकि अंदेशा है कि 45 से अधिक लोग अभी लापता हैं। इस घटना में मरने वालों में 3 महिलाएं भी शामिल हैं।
सेना ने शनिवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। 6 लोगों को एयरलिफ्ट कर उनकी जान बचा ली गई। उधर, माउंटेन रेस्क्यू टीम (Mountain Rescue Team) लापता लोगों की तलाश में लगातार जुटी हुई है। बिगड़े हालात को देखते हुए फिलहाल अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। ।
फिलहाल अमरनाथ यात्रा पर लग गई है रोक
जिला प्रशासन ने शुक्रवार रात को ही अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी थी। फिलहाल पहलगाम और बालटाल में बने Base Camp से आगे किसी यात्री को जाने नहीं दिया जा रहा है। आज सुबह कैम्प के बाहर बड़ी संख्या में यात्री जमा हो गए, सब यह जानना चाहते थे कि यात्रा दोबारा कब शुरू होगी, लेकिन प्रशासन की तरफ से उन्हें इस बारे में अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है।
गुफा के 1-2 किमी के दायरे में फटा बादल
अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम उस समय ज़बरदस्त बादल फटा जब गुफा के पास 10 से 15 हजार श्रद्धालु मौजूद थे। घटना शाम 5 बजकर 30 मिनट की बताई गई है। बादल फटते ही पानी का ज़ोर बहाव वहां बने टेंट के बीचबीच से निकला जिसमे कई लोगों ने अपनी जान गँवा दी।
पानी के तेज़ बहाव में बह गए श्रद्धालुओं के करीब 25 टेंट और लंगर
बादल फटते ही पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब 25 टेंट और दो से तीन लंगर पूरी तरह बह गए साथ ही बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए। कई श्रद्धालु अब भी लापता हैं और उनके पानी के तेज बहाव के साथ बहने की आशंका है।