पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चिराग पासवान अपनी आशीर्वाद यात्रा पर हैं और इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर शराबबंदी को लेकर फिर हमला बोल दिया है। दरअसल चिराग बेतिया में जहरीली शराब का शिकार हुए लोगों के परिजनों से मिले और इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की। इस दौरान चिराग ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार सरकार के मुख्यमंत्री चुनाव से लेकर सभी कार्यक्रमों में शराबबंदी की सफलता के ढोल पीट रहे हैं। लेकिन बेतिया में ज़हरीली शराब से हुई 16 लोगों की मौत ने उनकी सफलता का सारा सच बता दिया है।
चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार आज जनसंख्या नियंत्रण कानून को लागू करने को लेकर आम जनता से राय लेने की बात करते हैं तो फिर उन्होंने तब जनता की राय लेना ज़रूरी क्यों नहीं समझा जब वे शराबबंदी कानून लागू कर रहे थे? इसके अतिरिक्त चिराग पासवान ने नीतीश सरकार के कई कामों की गलतियां भी गिनवाईं। उन्होंने कहा कि आज गांव में नल-जल योजना की सफलता, जल जीवन हरियाली कि सफलता को आम जनता देख भी रही है और भोग भी रही है। बता दें कि चिराग पासवान अपनी आशीर्वाद यात्रा के दौरान जब बेतिया जाने के लिए मोतिहारी में रुके तो वहां कार्यकताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। चिराग पासवान मोतिहारी पहुंचे तो उन्होंने अंबेडकर भवन में स्थापित डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माला चढ़ाई।
चिराग पासवान से मंत्री पशुपति पारस के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने और स्व रामचन्द्र पासवान की पुण्यतिथि पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल के शामिल होने को लेकर भी सवाल किया गया। लेकिन इसके जवाब में चिराग ने कहा कि अब यह कोई मुद्दा रहा ही नहीं। मैं अपनी आशीर्वाद यात्रा पर हूँ और मेरे लिए मेरा आदर्श और मेरी प्रेरणा मेरे पिता स्व रामविलास पासवान हैं। उन्हीं के आदर्शों का परिणाम है कि आज राज्य की 12 करोड़ जनता मेरे साथ है। अपनी इस यात्रा के दौरान चिराग पासवान मुजफ्फरपुर में भी ठहरे। यहां उन्होंने केंद्र सरकार पर कटाक्ष कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का कहना है कि कोरोना काल मे ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई तो इस मामले की गहराई से जांच की जानी चाहिए। क्योंकि कोरोना काल में भारी संख्या में अस्पतालों के संचालक और डॉक्टरों ने ऑक्सीजन की कमी की शिकायत की थी।
चिराग ने ऑक्सीजन के मुद्दे पर यह भी कहा कि कोरोना काल में कई लोगों ने उनसे ऑक्सीजन की कमी होने की शिकायत की थी और मदद की अपील की थी। लेकिन फिर भी केंद्र सरकार कह रही है कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई। यह बात तो मेरी समझ से बाहर है। उन्होंने इस पूरे मुद्दे की गहनता से जांच किए जाने की मांग की क्योंकि उनका कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं थी।