नई दिल्ली: एक साल से ज़्यादा का समय हो गया है और चीन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर अपनी गतिविधियों से पीछे नहीं हट रहा। दरअसल चीन ने अब पूर्वी लद्दाख और सिक्किम के आसपास के इलाकों में अपने सैनिकों के लिए स्थाई बुनियादी ढांचे का निर्माण करना शुरू कर दिया है। चीन की इन हरकतों से यह तो स्पष्ट हो गया है कि चीन LAC पर भारतीय इलाकों के पास लंबे समय तक रहने वाला है। तभी तो वह अपने सैनिकों के लिए स्थाई ढांचा तैयार कर रहा है।
बता दें कि भारतीय एजेंसियों ने सीमावर्ती इलाकों के पास स्थाई कंक्रीट की इमारतें और नए सैन्य शिविर देखें हैं। जिससे यह स्पष्ट है कि चीन ने अपने कदम पीछे न लेने की ठान ली है। सरकारी सूत्रों की माने तो एक शिविर उत्तरी सिक्किम के नकुल क्षेत्र से कुछ किलोमीटर की दूरी पर दिखाई दिया है। वहीं लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में भी इसी तरह की इमारतें भारतीय इलाकों के करीब बनाई गई है। यही नहीं चीन ने सेना के लिए कंक्रीट इमारतों के निर्माण के साथ ही सड़क के बुनियादी ढांचे को बीते कुछ सालों में हाईटेक किया है। सूत्रों का कहना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में इन स्थाई ढांचों के निर्माण से अब किसी भी हालत में चीन की जवाबदेही में सुधार आया है। इन सब से यह बात तो साफ हो गई है कि LAC पर चीन की ताकत बढ़ रही है। दरअसल फॉरवर्ड क्षेत्रों में काफी सर्दी के साथ चीनी सैनिकों को अन्य कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस प्रकार के ढांचे बनाकर चीन अपने सैनिकों को भारतीय क्षेत्रों के और करीब तैनात कर पाएगा। यही नहीं उसे जब भी ज़रूरत महसूस होगी उन्हें आगे भी कर देगा। बता दें कि स्थाई ढांचे हर संभव आधुनिक सुविधाओं के साथ निर्मित किए जा रहे हैं।
हालांकि चीन की इन हरकतों पर भारतीय एजेंसियों की नज़र बनी हुई है। जिसके तहत सभी घटनाक्रम के अनुसार आंकलन भी किया जा रहा है। पिछले साल अप्रैल से ही भारत और चीन के बीच LAC पर विवाद जारी है। कई बार दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प भी हुई है। इस विषय पर दोनों ही पक्षों के बीच कई चरणों में राउंड की वार्ता भी हुई है लेकिन परिणाम शून्य रहा।