चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच तनाव अब तक जारी है। इस बीच प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने महत्वपूर्ण संकेत दिए हैं। हरीश रावत के अनुसार पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी। बता दें कि बुधवार को ही पार्टी के पांच दिग्गज हरीश रावत से मुलाकात करने उत्तराखंड के देहरादून पहुंचे थे।
हरीश रावत के साथ हुई पार्टी के पांच नेताओं की मुलाकात के दौरान हरीश रावत ने इस बात की तरफ इशारा किया कि जो नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने की मांग कर रहे हैं तो वो पूरी नहीं होगीं और अगले साल पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव की अगुवाई कैप्टन अमरिंदर सिंह ही करेंगे। हरीश रावत से मिलने कांग्रेस नेता परगट सिंह, तृप्त राजेन्द्र सिंह, कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर रंधावा, सुखविंदर और चरणजीत सिंह देहरादून पहुंचे थे। खबर ये भी है कि ये सभी नेता अब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी दिल्ली आकर मुलाकात कर सकते हैं। कांग्रेस नेता परगट सिंह के अनुसार विधायकों के कई मुद्दों का अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है और इसलिए विधायक काफी नाराज़ चल रहे हैं। इस संबंध में वे कांग्रेस आलाकमान से मुख्यमंत्री द्वारा विधायकों की मीटिंग बुलाने और उनके सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए अनुरोध करेंगे। मालूम हो कि अगले साल पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन उससे पहले सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है। नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद ये तनाव थोड़ा दब गया था लेकिन अब यह दोबारा सामने आने लगा था। पिछले दिनों ही पंजाब कांग्रेस के कई विधायकों और नेताओं ने मुख्यमंत्री बदलने की मांग भी की थी।
वहीं दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके समर्थक नेताओं पर हमला बोल रहे हैं। इसके अलावा बीते दिनों सिद्धू के एक सलाहकार मलविंदर सिंह माली के फेसबुक पोस्ट्स को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उनपर नाराज़गी ज़ाहिर की थी और नवजोत सिंह सिद्धू को अपने सलाहकारों को काबू में रखने की चेतावनी दी थी।