लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में सभी राजनीतिक दल तैयारियों में जुटे हैं। वहीं भाजपा भी दोबारा सत्ता में आने के लिए अलग-अलग रणनीतियां बना रही है। इसी कड़ी में योगी सरकार का ध्यान 5 प्रमुख योजनाओं पर टिका है। ये परियोजनाएं सड़क एवं परिवहन से जुड़ी हैं। बताया जा रहा है कि योगी सरकार चुनाव से पहले इन्हें पूरा करने में जुटी है। सरकार का फोकस अभी चार एक्सप्रेस-वे पर है। अभी तीन हाइवे पर निर्माण कार्य जारी है और शेष एक पर अभी निर्माण शुरू नहीं हुआ है। इन हाइवे की खासियत ये है कि ये उत्तर प्रदेश के हर हिस्से को आपस मे जोड़ देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नोएडा के जेवर में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट का जल्द ही शिलान्यास करेंगे। दरअसल इन परियोजनाओं को पूरा करने से भाजपा को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में काफी फायदा मिल सकता है। भाजपा का मानना है कि विकास संबंधी कार्यों के संपन्न होने से उन्हें चुनाव जीतने में फायदा होगा। वही पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की बात करें तो ये एक्सप्रेसवे कुल 400 किलोमीटर लंबा बनाया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे प्रदेश की राजधानी लखनऊ और पूर्वांचल के प्रमुख जिले गाजीपुर से जुड़ेगी। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। बताया जा रहा है कि सितंबर से अक्टूबर के बीच इसका लोकार्पण किया जा सकता है। मालूम हो कि साल 2018 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था और तभी से ही इसका निर्माण चल रहा है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस एक्सप्रेसवे का बलिया तक विस्तार करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा योगी सरकार द्वारा चित्रकूट से इटावा तक 296 किलोमीटर के बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जा रहा है। आशा की जा रही है कि अगले साल मार्च-अप्रैल तक इसका काम पूरा हो जाएगा। इस परियोजना का काम 67.29 प्रतिशत तक पूरा हो जाएगा। यही नहीं यमुना, केन और बेतवा नदी पर भी पुल बनाने का काम जारी है। खबर ये भी है कि चार लेन वाले इस एक्सप्रेसवे को छह लेन का भी बनाया जा सकता है। अगले साल जनवरी-फरवरी तक इस एक्सप्रेसवे को एक साइड यातायात के लिए खोला जा सकता है। वहीं योगी सरकार सितंबर में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण भी शुरू करने वाली है। यह एक्सप्रेसवे कुल 594 किलोमीटर लंबा होगा। मेरठ को प्रयागराज से जोड़ने वाले इस एक्सप्रेसवे से प्रदेश के विकास को गति मिलेगी। सरकार द्वारा 80 से 90 प्रतिशत तक भूमि अधिग्रहण भी कर लिया है। इस योजना का शिलान्यास भी PM मोदी कर सकते हैं। इसके अलावा गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे का भी निर्माण कार्य जारी है। मार्च 2022 तक इसका काम पूरा हो सकता है। सूत्रों की माने तो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले इस परियोजना का लोकार्पण किया जा सकता है।
बता दें कि केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार का फोकस भी नोएडा के जेवर में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जमा हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समीक्षा बैठकों में आमतौर पर इस परियोजना का जायज़ा लेते रहते हैं। हालांकि कोरोना महामारी के चलते इस परियोजना में एक साल की देरी हो गई है। लेकिन अब इसका निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। इस एयरपोर्ट के निर्माण की ज़िम्मेदारी स्विस कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल को सौंपी गई है। इसका शिलान्यास भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।