वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव (Parliamentary Elections 2024) के लिए भाजपा (BJP ने अपने नेताओं के सामने कम से कम 350 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने अपने मंत्रियों (Ministers) और नेताओं को चेतावनी दी है कि इस लक्ष्य को पाने में की गई कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पार्टी ने ये भी निर्देश दिए हैं की मंत्रियों को दिए गए जमीनी स्तर के काम को पूरा करने में विफल रहने वाले मंत्रियों को लेकर पार्टी सख्त रुख अपनाने से भी गुरेज़ नहीं करेगी।
मंगलवार को हुई पार्टी की मंथन बैठक में पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) और मुख्य रणनीतिकार अमित शाह ने इसको लेकर कड़ी चेतावनी दी। ऐसे मंत्रियों जिन्होंने अपने संसदीय क्षेत्रों का दौरा करके हालात का जायजा नहीं लिया है, उन्हें शाह ने कड़े शब्दों में चेता दिया है।
सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने मंत्रियों से कहा कि, “हम यहां संगठन (Organization) की वजह से हैं, और सरकार भी संगठन की वजह से है, इसलिए हर हाल में संगठन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।”
पार्टी सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सबसे लोकप्रिय हैं, इसलिए पीएम मोदी के नाम पर कोई भी जीत सकता है, लेकिन अगर जमीन पर कोई संगठन नहीं है, तो हम इसका फायदा आगे नहीं उठा पाएंगे।”
बताया गया है कि भाजपा ने 2024 के आम चुनावों में 350 अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है और इसकी तैयारी में अभी से जुटी दिखाई दे रही है जबकि अभी चुनाव में लगभग 20 महीने का समय शेष है।
पार्टी, ख़ास तौर पर उन 144 क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां वह 2019 के चुनाव में काफी कम अंतर से वो सफल नहीं हो सकी थी। पार्टी की योजना उन सीटों में 70 से अधिक सीटें जीतने की है।
अमित शाह कहा कि, “हमें 2019 की तुलना में इस बार अधिक सीटें जीतनी हैं, हमने 2014 में हारी हुई सीटों में से 30 प्रतिशत सीटें 2019 में जीती थीं. इसलिए 2019 में जिन सीटों पर हमें हार मिली थी उनमें से 50 प्रतिशत सीटें 2024 जीतनी है।”
भाजपा ने 2019 में 543 लोकसभा सीटों में से 303 पर सफलता हासिल की थी। दशकों बाद पहली बार किसी पार्टी को अपने दम पर बहुमत मिला था। दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों ने 100 से ज्यादा सीटें जीती थीं, जिनमें से कांग्रेस को सबसे अधिक 53 सीटें मिली थीं।