लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारियां शुरू कर दीं हैं। वर्तमान में प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी भाजपा साल 2017 के विधानसभा चुनाव और साल 2019 के लोकसभा चुनाव के आधार पर साल 2022 के विधानसभा में जीत हासिल करने के लिए विस्तारकों की मदद लेगी। इस कड़ी में BJP ने प्रदेश के हर जिले पर विस्तारकों की नियुक्ति करना और उन्हें प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। यह विस्तारक चुनावी थाह लेने के साथ-साथ पार्टी के लिए सियासी ज़मीन बनाने में भी सहयोग करेंगे।
बता दें कि भाजपा ने पार्टी कार्यकर्ताओं में से विस्तारकों को नियुक्त कर लिया है और इसके साथ ही संगठन महामंत्री सुनील बंसल और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इन विस्तारकों को प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया है। बीते बुधवार को ही सुनील बंसल गोरखपुर मंडल के विस्तारकों को ट्रेनिंग देने गए थे जहां उन्होंने सबको जीत का मंत्र दिया। बता दें कि गोरखपुर क्षेत्र के 10 जिलों के 62 विधानसभा क्षेत्रों में 70 विस्तारकों की नियुक्ति हुई है। विधानसभा क्षेत्रों की संख्या के अलावा बाकी के 8 विस्तारकों को पार्टी के निर्देशों का पालन करने के लिए सुरक्षित रखा गया है। इसके अलावा काशी में भी विधानसभा क्षेत्रों के लिए विधायक चुन लिए गए हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद, मेरठ और सहारनपुर में विधानसभा की 70 सीटें हैं और इन सभी के लिए लगभग 74 विस्तारकों की नियुक्ति की गई है। वहीं बरेली में अगर बदायूं की एक सीट जिसे पश्चिमी क्षेत्र का ही माना जाता है मिला लें तो यहां BJP ने 71 सीटों पर 75 विस्तारक नियुक्त किए हैं। वर्तमान में यहां भाजपा 52 सीटों पर काबिज है। इस संबंध में बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी सीटों के लिए प्रदेश की सभी सीटों पर विस्तारक नियुक्त किए जाने की प्रक्रिया जारी है। इस दौरान सभी को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। इस ट्रेनिंग के पूरे हो जाने के बाद सभी विस्तारक अपना-अपना विधानसभा क्षेत्र संभालेंगे। उन्होंने बताया कि सभी विस्तारकों को चुनाव संपन्न होने तक अपने विधानसभा क्षेत्र में ही रहना होगा। जानकारी के मुताबिक पार्टी के जो पूर्णकालिक सदस्य हैं और पार्टी इकाई से अलग है, जैसे संघ के आनुषांगिक संगठन जैसे एबीवीपी, बजरंग दल, वीएचपी आदि से जुड़े सदस्यों को ही विस्तारक बनाया जाता है। जो कि स्थानीय स्तर से नहीं बल्कि प्रदेश कार्यालय से रिपोर्ट करते हैं। संगठन का मानना है कि युवा विस्तारकों में ज़्यादा ऊर्जा होती है इसलिए इस बार अधिकतर युवाओं को विस्तारक नियुक्त किया गया है।
राकेश त्रिपाठी की माने तो अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में सेक्टर, बूथ और मंडल स्तर पर लोगों से संवाद बनाना ही भाजपा विस्तारक का मुख्य काम होता है। इन विस्तारकों की निगरानी करने के लिए विस्तारक प्रमुख और सह विस्तारक प्रमुख की नियुक्ति भी की जाती है। विस्तारक प्रमुख और सह विस्तारक पार्टी के दिशानिर्देशों को विस्तारकों तक पहुंचाते हैं। अभी शुरुआत में ये विस्तारक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की चुनावी स्थिति, कार्यकर्ताओं के संतोष और वर्तमान के विधायक की छवि आदि की जानकारी संगठन को देंगे। यही नहीं प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बूथ प्रबंधन से लेकर प्रचार तक के प्रबंधन की ज़िम्मेदारी इन विस्तारकों की ही होगी।