पटना: नीतीश कुमार के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की जातिगत जनगणना की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हो गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय में नीतीश कुमार और बिहार के 11 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक हुई। इस दौरान बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता अजीत शर्मा, भाजपा नेता जनक राम, वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी, हम प्रमुख जीतन राम मांझी, AIMIM नेता अख्तरुल ईमान, भाकपा नेता महबूब आलम, सीपीआई नेता सूर्यकांत पासवान और सीपीआईएम नेता अजय कुमार मौजूद रहे।
पीएम मोदी के साथ हुई इस बैठक के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि पीएम मोदी ने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर सभी सदस्यों की बातें सुनी। इस दौरान हमने पीएम मोदी से सही फैसला लिए जाने की अपील की। हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जातिगत जनगणना का प्रस्ताव दो बार बिहार विधानसभा में पारित किए जाने की भी जानकारी दी। बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार जातिगत जनगणना की मांग को खारिज कर चुकी है। इसके बावजूद जदयू समेत बिहार की अन्य पार्टियों ने जातीय जनगणना कराने को लेकर मोर्चा खोल रखा था। गौरतलब है कि बिहार सरकार में जदयू भाजपा की सहयोगी दल है इसके बावजूद भी वह विपक्षी दलों के साथ जातीय जनगणना कराने के पक्ष में है। इसी संबंध में नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की बैठक भी हुई थी। जिसके बाद नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे इस विषय पर चर्चा करने के लिए मुलाकात का समय मांगा था। राजद नेता तेजस्वी यादव और स्वयं नीतीश कुमार का कहना है कि जातिगत जनगणना से जातियों की जनसंख्या का आंकलन हो पायेगा और उसी आधार पर उनके लिए विकास संबंधी योजनाएं बनाई जाएंगी। इसके साथ ही सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में उन्हें अधिक सुविधा दी जा सकेगी। इसी कड़ी में राजद सुप्रीमो लालू यादव ने जातीय जनगणना न कराए जाने को लेकर जनगणना को ही बहिष्कृत करने की बात कही थी। वहीं बिहार में भाजपा इसे केंद्र का मुद्दा कहकर इस संबंध में कुछ भी कहने से परहेज़ कर रही थी। यही नहीं भाजपा नेता जातीय जनगणना के मुद्दे को जनसंख्या कानून से भी जोड़ रहे हैं और इसलिए ही भाजपा नेता और राजस्व व भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि जातीय जनगणना कराई जाए और जनसंख्या कानून भी लागू किया जाए। वहीं भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने रविवार को ट्वीट करते हुए लिखा था-‘भाजपा कभी जातीय जनगणना के विरोध में नहीं रही, इसीलिए हम इस मुद्दे पर विधान सभा और विधान परिषद में पारित प्रस्ताव का हिस्सा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने वाले बिहार के प्रतिनिधिमण्डल में भी भाजपा शामिल है।’
अब क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात खत्म हो चुकी है तो नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर सकारात्मक फैसले की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि भाजपा को जातीय जनगणना से कोई परेशानी है, बातचीत के बाद आगे का रास्ता निकल सकेगा। वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव का कहना है कि जातीय जनगणना आज हो या कल, होना तो ये है, बेहतर होगा कि ये आज ही हो जाए। हम नेता जीतन राम मांझी ने कहा कि अगर केंद्र जातिगत जनगणना को लेकर निर्णय नहीं लेती है तो राज्य सरकार अपने स्तर पर जातिगत जनगणना करा सकती है। अब देखना ये है कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर क्या फैसला लेती है।