मुम्बई: अपनी आवाज की कशिश से श्रोताआों को मदहोश करने वाली सुप्रसिद्ध पार्श्वगायिका आशा भोंसले आज 88 वर्ष की हो गयी। साठ और सत्तर के दशक में आशा भोंसले हिन्दी फिल्मो की प्रख्यात नर्तक अभिनेत्री हेलन की आवाज समझी जाती थी। आशा भोंसले ने हेलन के लिये तीसरी मंजिल में ओ हसीना जुल्फों वाली, कारवां में पिया तू अब तो आजा ,मेरे जीवन साथी में आओ ना गले लगा लो ना और डॉन में ये मेरा दिल यार का दीवाना गीत गाया।
शास्त्रीय संगीत से लेकर पाश्चात्य धुनों पर गाने में महारत हासिल करने वाली आशा भोंसले ने वर्ष 1981 में प्रदर्शित फिल्म उमराव जान से अपने गाने के अंदाज मे परिवर्तन किया। फिल्म उमराव जान से आशा भोंसले एक कैबरे सिंगर और पॉप सिंगर की छवि से बाहर निकली और लोगो को यह अहसास हुआ कि वह हर तरह के गीत गाने में सक्षम है।
रहमान को फिल्म रंगीला के लिये आशा की आवाज की जरूरत थी। आशा ने वर्ष 1995 में प्रदर्शित फिल्म रंगीला के लिये तन्हा तन्हा गीत गाया। आशा के सिने कैरियर में यह एक बार फिर महत्वपूर्ण मोड़ आया और उसके बाद उन्होंने आजकल के धूम धड़ाके से भरे संगीत की दुनिया में कदम रख दिया।