देश में लगातार बढ़ते कोरोना के क़हर के बीच बीते 24 घंटों में देश की राजधानी दिल्ली में कोविड के 22,000 से ज्यादा नए मामले दर्ज हुए हैं, जबकि इस दौरान 17 लोगों की मौत की भी खबर है। बताया जा रहा है की कोरोना का खतरा इस हद तक बढ़ की लैब पहुँच रहे हर 4 सैंपल में 1 सैंपल पॉज़िटिव केस का निकल रहा है।
ताज़ा आंकड़ों के अनुसार अब तक देश में Covid19 के कुल मामलों की संख्या तेज़ी से बढ़ते हुए 1,79,723 तक पहुँच गई है, जबकि 23619 सक्रिय मामले बताये गये हैं।
चौंकाने वाली बात ये है की अभी तक तो आम लोगों के ही कोरोना संक्रमित होने के मामले ही सामने आ रहे थे, मरीज़ों के इलाज में लगे डॉक्टर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना की ज़द में आने लगे हैं।
सूत्रों का दावा है की दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के इलाज में जुटे 800 से अधिक डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ भी अब इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। सबसे बुरा हाल है देश के सबसे बड़े और नामचीन असपताल, दिल्ली के एम्स का है। यहाँ काम करने वाले तक़रीबन 350 रेसिडेंट डॉक्टर कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इसके इलावा एम्स के फैकल्टी और पैरामेडिकल स्टाफ भी बड़ी तादाद में कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। जिसकी वजह से दिल्ली एम्स में भर्ती होने वाले रूटीन एडमिशन और सर्जरी तथा आउट पेशेंट सर्विसेज को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया। है।
बात करें दिल्ली के अन्य अस्पतालों की तो उन सब की स्थिति भी लगभग एक जैसी है। सफदरजंग अस्पताल में लगभग 100 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव हैं। RML हॉस्पिटल में भी 100 से अधिक डॉक्टर कोरोना संक्रमित बताये जा रहे हैं। वहीं LNJP हॉस्पिटल में 75 से अधिक जबकि लेडी हार्डिंग में 150 रेजिडेंट डॉक्टर कोरोना का क़हर झेल रहे हैं।