उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सातवें और अंतिम चरण के मतदान पूरा होते ही UP समेत पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा समेत 5 राज्यों में विधान सभा चुनावों (Assembly elections 2022) का दौर भी संपन्न हो गया। इसके साथ ही अब सभी की निगाहें इन पाँचों राज्यों के चुनाव परिणामो पर टिक गई हैं। इन सभी 5 राज्यों के परिणाम एक साथ 10 मार्च को आएंगे।
सभी एग्जिट पोल ने UP में योगी सरकार की वापसी का किया दावा
दूसरी तरफ आज यूपी में विधान सभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान (Assembly Election In Uttar Pradesh) का दौर ख़त्म होते ही, न्यूज चैनल्स और विभिन्न सर्वे ने अपने अपने ढंग से परिणाम का अनुमान पेश करना शुरू कर दिया। अलग अलग सर्वों में उत्त्तर प्रदेश में जहाँ भाजपा की योगी सरकार (CM Yogi) की वापसी होते बताया जा रहा। वहीँ, मणिपुर में भाजपा (BJP) को सबसे बड़े दल के रूप में उभरते हुए बताया जा रहा है, जबकि उत्तराखंड और गोवा में किसी को भी स्पष्ट बहुमत न मिलने की बात कही जा रही है। बात करें अगर पंजाब की तो वहां अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को सत्ता पर क़ाबिज़ होते हुए दिखाया जा रहा है।
बीते 5 में 4 एग्जिट पोल हो चुके हैं पूरी तरह फेल
हालांकि ये बात किसी से छुपी नहीं की बीते 5 में से 4 चुनावों में इस तरह के सभी एग्जिट पोल फिसड्डी साबित हो चुके हैं। बिहार, हरियाणा और पश्चिम बंगाल में सभी एग्जिट पोल की हवा निकलते सभी ने देखा था। इसलिए लोगों को आज के एग्जिट पोल पर भी विश्वास करना संभव नहीं हो रहा।
आपका पसंदीदा और लोकप्रिय न्यूज़ पोर्टल ख़बर मंत्रा बड़ी बेबाकी से आपको ये बता रहा है की इस बार भी सभी एग्जिट पोल न सिर्फ औंधे मुहं गिरेंगे बल्कि असल परिणाम पूरी तरह सर्वे के उलट आएंगे।
ख़बर मंत्रा, उत्तर प्रदेश में लगभग सभी चरणों में चुनावी कवरेज पर था। अपने दौरे के दौरान उत्तर प्रदेश की जनता से ख़बर मंत्रा ने बात की और लोगों ने खुल कर अपनी राय हमारे सामने रखी, जिसमे राज्य में पूरी तरह से सत्ता परिवर्तन के साफ़ संकेत मिलते दिखाई दिए।
बंगाल चुनाव में एक सर्वे ने ममता को 88 सीटों तक सिमटने का किया था दावा
ज्ञात हो की पश्चिम बंगाल चुनाव के एग्जिट पोल में भाजपा को एक सर्वे में 192 सीटें मिलने किया गया था, जबकि उसी सर्वे में ममता बनर्जी की तृणमूल को मात्र 88 सीटों तक सिमटते हुए दिखाया गया था। जब असल परिणाम आये तो भाजपा 100 के आंकड़े तक भी नहीं पहुँच सकी और मात्र 77 सीटों रुक गई जबकि तृणमूल कांग्रेस को 211 सीटें मिली और उसकी सत्ता में फिर से वापसी हुई।
2020 के दिल्ली विधान सभा चुनाव के बाद हुए सर्वे में भाजपा को एक खबरिया चैनल ने 26 सीटों तक पहुँचते हुए दिखाया था जबकि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 44 का आंकड़ा छूते हुए बताया गया था। घोषित परिणाम में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को दिल्ली में 62 सीटें मिली और भाजपा मात्र 8 सीटों पर रह गई थी। इसी तरह के सर्वे बिहार और हरयाणा विधान सभा चुनावों के बाद भी जारी किये गए थे, जिनकी हवा भी निकलते देर नहीं लगी।
असल परिणाम होंगे एग्जिट पोल से बिलकुल अलग
विभिन्न राज्यों के मतदाताओं से बात करने की बिना पर खबर मंत्रा का अनुमान है की असल परिणाम आज दिखाए जा रहे इन सभी सर्वे से बिलकुल अलग होंगे। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव या तो स्पष्ट बहुमत प्राप्त करेंगे या वो सत्ता के बेहद क़रीब होंगे, जबकि भाजपा 100-120 तक ही पहुँच पाएगी। वहीँ उत्तराखंड, गोवा में कांग्रेस सत्ता तक पहुँचने में सफल हो सकती है।
पंजाब में कॉंग्रेस के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के आसार
पंजाब में कांग्रेस-आप में मुक़ाबला टक्कर का होने के बावजूद भी कांग्रेस पार्टी के ही सबसे बड़े दल साबित होने का पूरा इमकान है। मणिपुर की स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन अनुमान के अनुसार वहां किसी दाल या गठबंधन को शायद स्पष्ट बहुमत न मिल सके। खबर मंत्रा अपने पाठकों को ये आगाह करता है की ऊपर बताये गए सभी विश्लेषण भी अनुमान मात्र हैं, असल नतीजे इससे भिन्न भी हो सकते हैं, इसलिए बेहतर है की हम सभी जनता के असल फैसले का इंतज़ार करें।