नई दिल्ली: मशहूर अभिनेता रजनीकांत को सिनेमा क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को यहाँ अभिनेता रजनीकांत को 67 वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह 2019 में सिनेमा जगत के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार कंगना रनौत को उनकी फिल्म ‘मणिकर्णिका’ और ‘पंगा’ के लिए प्रदान किया गया वहीं मनोज बाजपेयी को उनकी फिल्म ‘भोसले’ और धनुष को उनकी फिल्म ‘असुरन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुररस्कार दिया गया।
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार नितेश तिवारी द्वारा निर्देशित और स्वर्गीय सुशांत सिंह राजपूत अभिनीत फिल्म ‘छिछोरे’ को प्राप्त हुआ है। नॉन फीचर फिल्म श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार फिल्म ‘एन इंजीनियर्ड ड्रीम’ को मिला है। ‘स्पेशल मेंशन’ पुरस्कार चार फिल्मों, ‘बिरियानी’, ‘जोना की पोरबा’ (आसमिया), ‘लता भगवान करे’ (मराठी), ‘पिकासो’ (मराठी) को मिला है। वर्ष 2019 की ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ श्रेणी में 13 राज्यों ने हिस्सा लिया था, ये पुरस्कार सिक्किम को मिला है। सर्वश्रेष्ठ आत्मकथात्मक फिल्म का पुरस्कार स्वाती पांडे द्वारा निर्देशित ‘एलिफेंट डू रिमेम्बर’ ने जीता है।
दक्षिण भारतीय फिल्मों के अभिनेता विजय सेतुपति को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता की श्रेणी में उनकी तमिल फिल्म ‘सुपर डीलक्स’ के लिए प्रदान किया गया वहीं , हिंदी फिल्म‘द ताशकंद फाइल्स’ में प्रभावशाली किरदार निभाने के लिए सहायक अभिनेत्री की श्रेणी में पल्लवी जोशी को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाज़ा गया है। पद्मविभूषण रजनीकांत ने अपने दामाद धनुष के साथ समारोह में भाग लिया। उनकी पत्नी लता और उनकी बेटी ऐश्वर्या भी वहां मौजूद थी।
अभिनेत्री रनौत को अब तक तीन बार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। फिल्म फैशन के लिए सहायक अभिनेत्री फिर फिल्म ‘क्वीन’ और ‘तनु वेड्स मनु’ के लिए उन्हें यह सम्मान इससे पहले प्राप्त हुआ था। इनके अलावा अन्य श्रेणियों में कई प्रतिभाओं को राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार प्राप्त हुए जिनमें प्रमुख तौर से सिनेमा पर आधारित किताब संजय सूरी द्वारा रचित ‘अ गांधियन अफेयर: इंडियाज क्यूरियस पोरट्रायल ऑफ लव इन सिनेमा’, सर्वश्रेष्ठ फिल्म समीक्षक – सोहिनी चट्टोपाध्याय, श्रेष्ठ तुलु फिल्म – पिंजारा, पनिया फिल्म – केंजीरा, मिशिंग फिल्म – अनु रुवाद, खासी फिल्म – लेवद, हरियाणवी फिल्म – छोरियां छोरों से कम नहीं होती, छत्तीसगढ़ी फिल्म – भुलान थे माजे, तेलुगु फिल्म – जर्सी, तमिल फिल्म – असुरन, मराठी फिल्म – बार्दो बंगाली फिल्म – गुमनामी, गैर फीचर फिल्म ‘ नरेशन’ – ‘वाइल्ड कर्नाटक’, सर डेविड अटेन्बर्श्रेष्ठ संपादन – शट अप सोना, अर्जुन गौरीसराई,ऑन-लोकेशन साउंड रेकॉर्डिंग – रहस, सप्तर्षि सरकार ,सम्पादन – सोनसी, सविता सिंह, निर्देशन – नॉक नॉक नॉक, सुधांशु सरिया फैमिली वैल्यूज – ओरू पाथिरा स्वपनम पोले (मलयालम) , लघु फिक्शन फिल्म – कस्टडी, स्पेशल जूरी अवॉर्ड – ‘स्मॉल स्केल सोसायटीज’
एनीमेशन फिल्म – राधा, इनवेस्टिगेटिव फिल्म – जक्कल ‘ एक्सप्लोरेशन’ फिल्म – वाइल्ड कर्णाटक शिक्षा आधारित फिल्म – एपल्स एंड ओरांजेस ‘ मुद्दा आधारित फिल्म – होली राइट्स, लाडली बेस्ट एक्शन निर्देशन स्टंट – अवाने श्रीमन्नारायण (कन्नड़) नृत्य निर्देशन – महर्षि (तेलुगू), स्पेशल इफेक्ट्स – मरक्कर स्पेशल जूरी अवॉर्ड – ओत्था सेरुप्पू साइज- 7 (तमिल), गीत – कोलम्बी (मलयालम), पटकथा – ज्येष्ठोपुत्री संवाद लेखन – द ताशकंत फाइल्स, छायांकन – जल्लीकट्टू शामिल हैं।