बीते माह बिहार (Bihar) में नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) न सिर्फ अपनी पार्टी विधायकों को एकजुट रख पाने में सफल हुए, बल्कि मुख्यमंत्री पद पर बरक़रार रहने में कामयाब हुए थे। लेकिन मणिपुर (Manipur) में नीतीश अपनी पार्टी के विधायकों को भाजपा (BJP) में शामिल होने से नहीं रोक पाए।
मणिपुर में नीतीश की पार्टी जदयू (JDU) के 6 में से 5 विधायक कल बीती रात बीजेपी में हुए शामिल हो गए। पार्टी सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार मणिपुर में जदयू के विधायकों ने पार्टी छोड़ने और भाजपा में शामिल होने का फैसला बीते दिनों बिहार में हुए राजनीतिक घटनाक्रम को ध्यान में रखकर किया है।
सूत्रों के अनुसार ये विधायक बिहार में जदयू के एनडीए गठबंधन से बाहर आने से नाराज बताये जा रहे थे। खास बात ये है कि मणिपुर में नीतीश कुमार के विधायकों ने भाजपा में शामिल होने का ये फैसला उनके उस ऐलान के बाद किया है जिसमें उन्होंने मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की बात कही थी।
हालांकि इस पर भाजपा के सूत्रों ने कहा था कि इससे मणिपुर में बीरेन सिंह सरकार (Biren Singh Government) को कोई खतरा नहीं होगा। मणिपुर में 60 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 55 विधायकों का समर्थन हासिल है। इसमें जेडीयू के भी 6 सदस्य शामिल थे, यहां अगर जदयू समर्थन वापस ले भी लेती, तो सत्तारूढ़ गठबंधन में विधायकों की संख्या 49 होगी, जो की बहुमत के आंकड़े 31 से कहीं ज़्यादा है।
मणिपुर में जदयू के 5 विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद बिहार भाजपा के दिग्गज नेता और राजयसभा सांसद सुशील मोदी (Sushil Modi) ने ट्वीट करके कहा कि, अरुणांचल के बाद मणिपुर भी JDU मुक्त। बहुत जल्द लालूजी बिहार को भी JDU मुक्त कर देंगे।
अरुणांचल के बाद मणिपुर भी JDU मुक्त ।बहुत जल्द लालूजी बिहार को भी JDU मुक्त कर देंगे ।@ANI @ABPNews @News18India @News18Bihar @ZeeBiharNews
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 2, 2022
सुशिल मोदी के जवाब में जदयू के राष्ट्रिय पार्टी अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह (Lallan Singh) ने बिहार BJP के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी से कहा है कि, ”आपको स्मरण कराना चाहते हैं कि अरुणाचल और मणिपुर दोनों जगह जेडीयू ने बीजेपी को हराकर सीटें जीती थीं. इसलिए जेडीयू से मुक्ति का दिवास्वप्न मत देखिए। अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में जो हुआ था, वह आपके गठबंधन धर्म के पालन के कारण हुआ था?’ लल्लन सिंह ने सुशील मोदी से कहा है कि -और मणिपुर में एक बार फिर BJP का नैतिक आचरण सभी के सामने है।
.@SushilModi जी,
आप इसी तरह अपने नेतृत्व को जद (यू.) को खत्म करने का दिवास्वप्न दिखाते रहिए। आपको कुछ न कुछ जरूर मिल जाएगा। आपको मेरी शुभकामनाएं। pic.twitter.com/1yVYa8NotF
— Rajiv Ranjan (Lalan) Singh (@LalanSingh_1) September 3, 2022
लल्लन सिंह ने कहा कि आपको तो याद होगा 2015 में प्रधानमंत्री जी ने 42 सभाएं कीं, तब भी भाजपा 53 सीट ही जीत पाई थी। 2024 में देश जुमलेबाजों से मुक्त होगा…..इंतजार कीजिए।
.@SushilModi जी,
2/2…..और मणिपुर में एक बार फिर @BJP4India का नैतिक आचरण सबके सामने है। आपको तो याद होगा 2015 में प्रधानमंत्री जी ने 42 सभायें की, तब जाकर 53 सीट ही जीत पाए थे। 2024 में देश जुमलेबाजों से मुक्त होगा…..इंतजार कीजिए।
— Rajiv Ranjan (Lalan) Singh (@LalanSingh_1) September 3, 2022
मणिपुर में इस साल की शुरुआत में हुआ विधानसभा चुनाव BJP-JDU ने गठबंधन में नहीं लड़ा था, बावजूद इसके जदयू 6 सीटें जीतने में सफल रही थी। चुनावों के बाद जदयू विधायकों ने बीरेन सिंह सरकार को समर्थन दिया था, क्योंकि उस समय पार्टी एनडीए (NDA) का हिस्सा थी।